रांची : रांची-महाकुंभ को लेकर ट्रेनों में अफरा-तफरी मची हुई है. रांची, हटिया और अन्य स्टेशनों के प्लेटफार्म पर यात्रियों की भीड़ के कारण पैर रखने की जगह नहीं मिल रही है. यूपी या यूपी होकर जाने वाली ट्रेनें लगातार विलंब से रांची स्टेशन से रवाना हो रही हैं. इसके कारण रांची स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ पिछले कई दिनों से बढ़ गयी है. यूपी जानेवाली ट्रेनों में यात्री क्षमता से अधिक हो जा रहे हैं और गेट के पास खड़े होकर यात्रा करने को भी विवश हैं. यात्री जगह नहीं मिलने पर आरक्षित बोगी में भी प्रवेश कर जा रहे हैं. लोग ट्रेनों के शौचालय में भी यात्री सफर करने को विवश हैं. रविवार को ट्रेन संख्या 12817 (झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस) ट्रेन हटिया स्टेशन से ही यात्रियों से भरी हुई रांची स्टेशन पहुंची. सामान्य बोगी से लेकर स्लीपर, एसी बोगियों में बिना टिकट यात्रियों ने कब्जा कर लिया था और बोगी का गेट बंद कर दिया था. ट्रेन जब रांची स्टेशन पहुंची तो ट्रेन में पहले से सवार यात्रियों ने दरवाजा नहीं खोला. इससे स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गयी. यात्री दरवाजा खोलने की मिन्नत करते रहे लेकिन बोगी में सवार लोगों ने दरवाजा नहीं खोला.
आरपीएफ के सिपाही भी भीड़ के सामने दिखे बेबस
आरपीएफ के सिपाही भी भीड़ के सामने बेबस दिखे. एक-दो बोगी में आरपीएफ के जवान ने बोगी में घुसने का प्रयास किया लेकिन भीड़ इतनी थी कि जवान भी अंदर नहीं जा पाये. वहीं कुछ यात्री ट्रेन की अलग-अलग बोगी में किसी तरह घुस गये, लेकिन इस दौरान कुछ लोग बेहोश होने लगे. वहीं दिल्ली से रांची आये 18 लोगों का दल ट्रेन में सवार नहीं हो सका. दल में शामिल पांच महिलाएं भीड़ के कारण बेहोश हो गयीं. जिन्हें दल के अन्य लोगों ने चेहरे पर पानी का छिड़काव कर भीड़ से अलग किया. इसके बाद 60 से अधिक यात्रियों ने स्टेशन मास्टर कार्यालय में विरोध किया और राजधानी ट्रेन में जाने की अनुमति या एक बोगी राजधानी ट्रेन में जोड़ने की मांग की. इस पर स्टेशन मास्टर ने कहा कि वह इस मामले में कुछ नहीं कर सकते हैं.
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