
रांची के रहने वाले मनीष कुमार एक सफल बैंकर, सामाजिक कार्यकर्ता, शतरंज खिलाड़ी और अब लेखक ने अपनी नई पहचान स्थापित की है। उनकी पहली मोटिवेशनल पुस्तक “VIRA” का ऑफलाइन लोकार्पण रांची के शिव शक्ति मंदिर, हरमू प्रांगण में उनके प्रथम शिक्षक सी.पी. सोनी के हाथों हुआ।
पुस्तक का नाम “VIRA” मनीष के जीवन से गहराई से जुड़ा है। अंग्रेजी में इसका अर्थ “साहसी” है, लेकिन मनीष के लिए यह केवल शब्द नहीं बल्कि उनके माता-पिता रीता और अरबिंद के नामों का विशेष संयोजन है। यही कारण है कि उन्होंने अपने घर का नाम भी “VIRA” रखा है। यह पुस्तक उनके माता-पिता के प्रति समर्पण और संस्कारों की जीवंत मिसाल है।
लेखक मनीष कुमार ने बताया कि इस पुस्तक का उद्देश्य सभी को जीवन की किसी भी बाधा के बावजूद खुश रहने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करना है। क्योंकि संस्थागत परीक्षा में 99% अंक प्राप्त करना वास्तविक जीवन में भी उत्तीर्ण होने की गारंटी नहीं है। वास्तविक जीवन में सबसे कठिन परिस्थितियों से निपटने के लिए आपको भावनात्मक बुद्धिमत्ता में निपुणता हासिल करनी होगी। इस अवसर पर शहर के कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें योगेंद्र प्रसाद वर्मा,अभय कुमार सिन्हा, कृष्णा प्रसाद, प्रेम सिन्हा, अरविंद कुमार सिन्हा, धनंजय कुमार, रिंकू वर्मा, मनोज कुमार सिन्हा, उपेंद्र कुमार, संजीव कुमार मिश्रा सहित कई लोग शामिल थे।
परिवार के सदस्यों और बच्चों की उपस्थिति ने समारोह को और भी यादगार बना दिया।“VIRA” जल्द ही अमेज़न, फ्लिपकार्ट और गूगल बुक्स पर उपलब्ध होगी। खास बात यह है कि अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर, श्रीलंका और जापान सहित कई देशों के पाठक भी इसे ऑनलाइन ऑर्डर कर सकेंगे।
Leave a comment