पाकुड़ से जितेन्द्र यादव की रिपोर्ट
हिरणपुर (पाकुड़) —
क्रिसमस पर्व के पावन अवसर पर गुरुवार सुबह तोड़ाई स्थित चर्च में आस्था, उल्लास और सौहार्द का अद्भुत संगम देखने को मिला। भव्य प्रार्थना सभा में क्षेत्र के हजारों ईसाई समुदाय के महिला–पुरुष श्रद्धा के साथ शामिल हुए और प्रभु यीशु के जन्म की खुशियाँ मनाईं।
प्रार्थना सभा का संचालन फादर इमानुएल मुर्मू, फादर चार्ल्स एवं फादर सिरिल सोरेन ने किया। इस दौरान प्रभु यीशु के जन्म के महत्व पर प्रकाश डालते हुए फादरों ने कहा कि परमेश्वर का आगमन संसार में शांति, प्रेम और दीन-दुखियों की सेवा के लिए हुआ था। प्रभु यीशु ने अपना संपूर्ण जीवन गरीबों, पीड़ितों और वंचितों के उद्धार के लिए समर्पित कर दिया और विश्व को आपसी भाईचारे का अमर संदेश दिया।
उन्होंने कहा कि आज भी प्रभु की शिक्षाएँ उतनी ही प्रासंगिक हैं और सभी को उनके संदेशों को आत्मसात कर समाज के कमजोर वर्ग की सेवा के लिए आगे आना चाहिए।
प्रार्थना सभा से पूर्व स्थानीय श्रद्धालुओं द्वारा प्रभु यीशु की स्मृति में भजन-कीर्तन प्रस्तुत किया गया, जिससे पूरा चर्च परिसर भक्तिमय वातावरण से भर उठा।
वहीं, 24 दिसंबर की रात चर्च प्रांगण में क्रिसमस उत्सव की विशेष रौनक रही। प्रभु यीशु के आगमन के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। रात्रिकालीन प्रार्थना सभा में भी फादरों ने उपस्थित श्रद्धालुओं के साथ सामूहिक प्रार्थना कराई।
क्रिसमस के अवसर पर चर्च प्रांगण में प्रभु यीशु के जन्म का सजीव चित्रण आकर्षण का केंद्र रहा, जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
इसके अलावा संत लुक्स अस्पताल के निकट स्थित चर्च सहित क्षेत्र के सभी गिरिजाघरों में भी क्रिसमस को लेकर विशेष प्रार्थना सभाएँ आयोजित की गईं।
कुल मिलाकर, तोड़ाई चर्च में मनाया गया क्रिसमस पर्व शांति, प्रेम और भाईचारे के संदेश के साथ पूरे क्षेत्र में आध्यात्मिक उल्लास का संचार करता नजर आया।
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