झारखंड राज्य में खाद्ध सुरक्षा योजना को चला रहे 25000 पी.डी.एस.डीलरों ने आखिर तंग आकर मॉनसून सत्र में बिधानसभा का घेराव किये जाने और 1 अगस्त से राज्य के सभी दुकानों में बायोमैट्रिक ई पॉश को बंद रखे जाने का एलान करते हुए इसकी अग्रिम सूचना माननीय मुख्यमंत्री जी को लिखित दे दी है,ज्ञातव्य हो कि राज्य गठन के समय से ही सरकार द्वारा राज्य के बिक्रेताओं को आस्वस्त किया जा रहा था कि उनके लिए मानदेय की स्वीकृति ,कमीशन में बढ़ोत्तरी की जायगी, दुर्भाग्यवश ऐसा कुछ नहीं करते हुए उल्टे अनुकंपा के नियमों में बदलाव कर हजारों परिवारों में बेरोजगारी की तलवार लटका दी गई,इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के बितरित किये गये अनाजों के कमीशन का पिछले 13 माह का करोड़ों रूपये प्रत्येक जिले में भुगतान नहीं किया गया जिसका अस्वासन पिछली बिधान सभा सत्र में दिया गया था,फरवरी माह के बाद से अभी तक बितरित किये जा रहे अनाजों का कमीशन भी नहीं दिया जा रहा है जिसे प्रतिमाह अग्रिम देने का प्रावधान है, 2Gके भरोसे लाखों लाभार्थियों को राशन देने में रोज झंझट लफड़ा होता रहता है,वापस लिए गये खाली जूट बोरियों के करोड़ों रूपये कौन गबन कर गया ,इसकी कोई जानकारी नहीं देता,आखिर राज्य के बिक्रेता स्वयं भूखे रह कर राज्य के लाभार्थियों को की सेवा कब तक कर सकेंगे ?डीलरों के समक्ष घोर आर्थिक संकट छाया हुआ है,वे अपने बच्चों के स्कूल फीस नहीं भर पा रहे,बिमारी का ईलाज नहीं कर पा रहे हैं,त्योहार नहीं मना पा रहे हैं और न ही परिवार की अन्य जरूरतों को पूरा कर पा रहे हैं,झारखंड ईकाई द्वारा राज्य बिधानसभा के पक्ष और प्रतिपक्ष के माननीय बिधायकों, माननीय मुख्यमंत्री ,खाद्ध आपूर्ति मंत्री,माननीय बिधान सभा अध्यक्ष तक लगातार गुहार लगाई ,मुख्यमंत्री जी से वार्ता हेतु वक्त मांगा ,लेकिन वक्त नहीं मिल रहा और न ही कोई कार्रवाई ही हुई,ऐसे हालात में राज्य के बिक्रेता भूखे पेट सरकार की योजना चलाने में अपने को असमर्थ पा रहे हैं ,सरकार और बिभाग के इस रवैये से परेशान होकर ऑल इंडिया फेडरेशन की झारखंड राज्य ईकाई ने बिधान सभा घेराव कर सरकार को आगाह कराने एवं बिना कमीशन ,बिना ईंटरनेट के ई पॉश के संचालन को पहली अगस्त से बंद रखने की घोषणा कर मुख्यमंत्री सचिवालय को सूचित कर दिया है,
नंदु प्रसाद
जिला अध्यक्ष सह प्रदेश उपाध्यक्ष
सुनिल कु सिंहा जिला
महासचिव
फेयर प्राईश शॉप डीलर्स एसोसिएशन, झारखंड,
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