पाकुड़ से जितेन्द्र यादव की रिपोर्ट
हिरणपुर (पाकुड़): पत्थर माफियाओं के लिए जो रास्ता “सेफ कॉरिडोर” बना हुआ था, वही रास्ता अब प्रशासन की सख्ती का शिकार बन गया। शुक्रवार को अंचलाधिकारी मनोज कुमार ने चौड़ा मोड़ के समीप स्थित एक अवैध कच्ची सड़क को पूरी तरह सील कर माफियाओं की कमर तोड़ दी।
इस कार्रवाई के दौरान थाना प्रभारी रंजन कुमार सिंह एवं एसआई गौरीशंकर भी मौके पर मौजूद रहे।
🚧 चेकनाका से 200 मीटर दूर माफियाओं की साजिश
चौंकाने वाली बात यह है कि जिला प्रशासन द्वारा चौड़ा मोड़ पर विधिवत चेकनाका स्थापित है, जहां से पत्थर लदे वाहनों की सख्त जांच होती है।
लेकिन माफियाओं ने चेकनाका से महज़ 200 मीटर की दूरी पर, शहरपुर मौजा की वीरान पड़ी रैयती जमीन पर एक गुप्त कच्ची सड़क बना ली थी।
🌙 रात 10 बजे के बाद चलता था अवैध खेल
जानकारी के अनुसार,
रात 10 बजे के बाद
बिना माइनिंग चालान
सैकड़ों की संख्या में भारी वाहन
इसी कच्चे रास्ते से पत्थरों का अवैध परिवहन कर रहे थे।
दबंगई के बल पर महीनों से यह अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा था।
💰 सरकार को हो रही थी भारी राजस्व क्षति
इस अवैध परिचालन से सरकार को लाखों-करोड़ों की राजस्व क्षति हो रही थी। विभागीय स्तर पर पहले भी कार्रवाई हुई थी, लेकिन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद थे कि वे हर बार नया रास्ता निकाल लेते थे।
🔒 बैरियर लगाकर रास्ता पूरी तरह सील
इस बार प्रशासन ने आधा-अधूरा नहीं, बल्कि फुल और फाइनल एक्शन लिया।
सीओ मनोज कुमार ने मौके पर बैरियर लगाकर सड़क को पूरी तरह सील करा दिया।
🗣️ सीओ का बयान
अंचलाधिकारी मनोज कुमार ने कहा—
“सूचना मिली थी कि इस कच्चे पथ से बिना माइनिंग चालान पत्थर लदे भारी वाहनों का परिचालन किया जा रहा है। जांच के बाद इसे विधिवत सील कर दिया गया है। आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।”
✊ सवाल वही, जवाब अब कार्रवाई में
अब बड़ा सवाल यह है—
क्या यह कार्रवाई स्थायी लगाम साबित होगी?
या माफिया फिर किसी नई राह से खेल शुरू करेंगे?
फिलहाल इतना तय है कि
हिरणपुर में पत्थर माफियाओं का एक बड़ा रास्ता बंद हो चुका है।
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