Buro report,Amar Goswami
लोहरदगा : सुंदरी देवी सरस्वती शिशु मंदिर लोहरदगा में सरस्वती वंदना के पश्चात भीमराव अंबेडकर जी की जयंती मनाई गई। पुष्पार्चन एवं सरस्वती वंदना के साथ ही कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। मुंडो निवासी विजय उराव के मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर प्रधानाचार्य सुरेश चंद्र पांडे ने कहा समाजिक समरसता के नायक थे भीमराव अंबेडकर। राजनीतिक , दार्शनिक , संपादक समाज सुधारक आदि विशेषताएं भीमराव अंबेडकर मे थी । वह भारत के प्रथम विधि एवं कानून मंत्री थे। संविधान निर्माता के रूप में भीमराव अंबेडकर को जाना जाता है। विश्व के तमाम संविधान को सम्मिश्रित करते हुए भारत के संविधान का निर्माण किया गया। सभी जाति एवं धर्म के लिए समानता की भावना भारत के संविधान में निहित है । भारत के संविधान धर्मनिरपेक्ष संविधान है इनके जीवन पर विस्तृत चर्चा करते हुए । श्री पांडे ने कहा इनका जीवन संघर्ष में रहा तथा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सामाजिक चेतना को जागृत किया । ये अंत में बौद्ध धर्म को स्वीकार किए तथा सत्य एवं अहिंसा को जीवन का आदर्श बनाए।

गणेश प्रसाद साहू ने कहा अंबेडकर जी सामाजिक कार्यकर्ता एवं एक महापुरुष थे । समाज, राष्ट्र एवं विश्व के कल्याण के निमित्त यह सतत चिंतनशील रहते थे । डॉ राजेंद्र प्रसाद एवं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के द्वारा ढाई वर्ष में भारत के संविधान का निर्माण किया गया। आज के इस कार्यक्रम में सभी आचार्य बंधु भगिनी एवं भैया बहन उपस्थित थे।
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