Buro report,Amar Goswami
लोहरदगा : सरस्वती विद्या मंदिर लोहरदगा के सभागार में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती का कार्यक्रम आयोजित किया गया। नंदो भगत द्वारा दीप प्रज्वलन एवं पुष्पार्चन से कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ। अतिथि परिचय एवं सम्मान प्रमेंद्र सिंह ने कराया। इस मौके पर भैया बहनों के बीच भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। श्रेष्ठ कुमार ,श्वेता रानी ,प्रकृति भगत ,कशिश कुमारी, अंशु मिश्रा, सृष्टि कुमारी, पीहू कुमारी, नुसरत जहां, अर्णव राज, तन्मय गौतम, तेजस भगत, ओमप्रकाश सिंह, सिद्धार्थ विश्वकर्मा एवं मृत्युंजय विश्वकर्मा ने भाषण एवं गीत में भाग लिया। सभी भैया बहनों को मंचासीन अतिथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। समरसता के भाव को मजबूत करने की दृष्टि नंदो भगत को अंग वस्त्र प्रदान करके सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर अपना उद्बोधन देते हुए विद्यालय के आचार्य विष्णु दत्त पांडेय ने कहां कि-“डॉक्टर भीमराव अंबेडकर समतामूलक सर्वस्पर्शी समाज के हिमायती थे। शिक्षा के महत्व को बताते हुए डॉक्टर साहब ने कहा था कि-“शिक्षा वह शेरनी है, इसका दूध जो पिएगा वह दहाड़ेगा। समाज के प्रति आत्मीय दृष्टि के कारण वे समाज के ह्रदय में अमित रूप से प्रतिष्ठित हो गए। विद्यालय के आचार्य गोरख पांडेय ने इस अवसर पर अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि-“बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का बचपन बहुत कष्ट में बीता। सामाजिक भेदभाव का शिकार भी उन्हें होना पड़ा। फिर भी वे अपने परिश्रम से समाज के सिरमौर बन सके। नंदो भगत ने इस मौके पर अपना उद्गार प्रकट करते हुए कहा कि विद्या भारती द्वारा अंबेडकर जयंती के मौके पर समाज के दलित एवं पिछड़े वर्ग को सम्मानित करके सामाजिक समरसता के भाव का जागरण किया जाता है। यह अत्यंत सराहनीय कदम है।

विद्यालय के प्रधानाचार्य बिपिन कुमार दास ने कहा कि अपने विद्यालयों में समाज सुधारक महापुरुषों की जयंती का आयोजन करके भैया – बहनों में अपने देश एवं समाज के प्रति आत्मीयता जगाने का कार्य किया जाता है। इस मौके पर श्याम सुंदर कुमार, मधुमिता शर्मा, अमरकांत शुक्ला, राजीव कुमार सिहं, मंजू देवी, मुकेश कुमार सिन्हा ,अनीता देवी, प्रोन्नति यादव, जोधन सिहं , विजय चंद्रशेखर ,दिनेश सिंह , ऋषि रंजन देव ,जया मिश्रा, श्वेता संदेश बीना तिवारी , सुरेश्वर कुजूर सहित सभी आचार्य -आचार्या एवं भैया – बहन उपस्थित थे।

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