
सद्दाम खान लोहरदगा ब्यूरो
लोहरदगा शंख धारा महिला विकास मंडल, कुडू के तत्वावधान में पलाश जेएसएलपीएस की कुडू प्रखंड ईकाई द्वारा बहुउदेशीय भवन में प्रखंड स्तरीय गरिमा सम्मेलन सह जन सुनवाई का आयोजन किया गया। उस कार्यक्रम में प्रखंड प्रबंधक दीपक कुमार गुप्ता ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। दीपक कुमार गुप्ता ने कहा कि कुडू प्रखंड क्षेत्र में वर्तमान तक कुल 125 लाभुकों को चिन्हित किया गया है जिनको सरकार की सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है साथ ही सभी लाभुकों को आजीविका की विभिन्न गतिविधियों से भी जोड़ा जा रहा है। सामाजिक विकास के जिला प्रबंधक बिनोद होरो ने कहा कि प्रखंड स्तर पर इन सभी लाभुकों को नेटवर्क बनाकर जोड़ा जा रहा है ताकि इस क्षेत्र के लोगों को त्वरित सामाजिक सहायता और सुरक्षा मुहैया कराया जा सके।प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रवेश कुमार साव ने कहा कि कुडू प्रखंड में डायन-बिसाही कुप्रथा से पीड़ित लोगों को चिन्हित कर समाज के मुख्य धारा से जोड़ने हेतु ऐसी परियोजनाओं का धरातल पर उतारने के लिए जेएसएलपीएस सराहनीय कार्य कर रहा है। महिलाओं को डायन मानना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अंधविश्वास को दूर करने के लिए नशापान को जड़ से मिटाना होगा और शिक्षा का दीप जलाना होगा। सामाजिक कुरितियों को दूर करने के लिये प्रशासन सदैव तत्पर है।चिकित्सा प्रभारी सुलामी होरो ने कहा कि महिला लक्ष्मी की रूप होती है, डायन के नाम पर इनका प्रताड़ित होना दुर्भाग्य है। स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी मामला में चिकित्सा की हर सुविधा कुडू में उपलब्ध है आज शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा की बहुत जरूरत है अगर महिला शिक्षित हैं तो इस तरह के मामले में कमी आयेगी साथ ही सम्मान हर महिला का अधिकार है।
प्रदान संस्था के विकास मिश्रा ने कहा कि समाज के सबसे बड़ा डायन कुप्रथा है।आजादी के इतने वर्षो के बाद भी ये कुप्रथा कम नहीं हो रहा है जिसके कारण हिंसा तथा स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आज प्रखंड के सभी संस्थाएं मिल कर इस कुप्रथा को खत्म करें । जेएसएलपीएस राज्य कार्यालय से कशिका कुमारी ने कहा कि नारी तो खुद समाज की रचना करती है, तो उसके साथ ऐसे व्यवहार क्यों । यहां कार्यक्रम में आए हुए सभी गरीमा लाभार्थी दीदी को देखते हुए ऐसा प्रतीत होता की की आज लोग जागरूक हो रहे हैं, आज सरकार के द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिला मंडल के माध्यम से अनेक योजनाएं चलाए जा रहे हैं तथा इसी के तहत गरीमा योजना भी एक महत्वपूर्ण योजना है जिसके माध्यम से महिलाओं के सामाजिक भेदभाव और डायन कुप्रथा,महिला हिंसा के मामलों पर कार्य किया जा रहा है साथ ही ये भी कहा गया कि हम सबको एकजुट होकर इसे खत्म करना होगा ।
सम्मेलन में डायन कहकर प्रताड़ित की जाने वाली गरीमा लाभार्थी को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न पंचायत के मुखिया भी उपस्थित रहे। सभी ने महिला मंडल की दीदियों का साथ देने का भरोसा दिया। कार्यक्रम में प्रखंड की सभी जेंडर सीआरपी, क्षेत्र समन्वयक गणेश रविकांत,मनिता कुमारी,छोटू मांझी, शंख धारा महिला विकास मंडल,संकुल संगठन के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
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