झूठ की बुनियाद पर आदिवासी हरिजन थाना में केश करने के विरोध में मंगलवार को इटकी के ग्रामीणों ने केंद्रीय सरना समिति रांची के अध्यक्ष अजय तिर्की के अगुवाई में एसटीएससी थाना का घेराव किया।
मौके पर अजय तिर्की ने कहा कि झारखंड में आदिवासी महिला से गैर आदिवासी के साथ शादी के बाद आदिवासी जमीन को हथियाने की जो प्रवृति चल रही वह आदिवासियों के अस्तित्व को समाप्त करने जैसा। इटकी की एक आदिवासी महिला इसी तरह से दोहरा लाभ ले रही है। शांति केरकेट्टा नामक करीब 80 वर्षीय महिला हैं जिन्होंने ने मुस्लिम समाज के समीउल्लाह कुरेशी से 60 वर्ष पूर्व शादी की थी , गैर आदिवासी से उत्पन्न संतान तैयब कुरेशी, उमर कुरेशी, जावेद कुरैशी अपनी मां को आदिवासी का ढल बनाकर भूईहरी बकास्त जमीन को फर्जी कागजात बनाकर दावेदारी करती हैं वो गलत है। तिर्की ने एसटीएससी थाने में जिला प्रशासन से
इस गंभीर मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को दंडित करने की मांग की। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि उपरोक्त ख़ातियांधारी के दूसरे खाता की जमीन पर भी दावेदारी की थी, जिसे इटकी अंचल द्वारा निरस्त किया जा चुका है। मौके पर ख़ातियांधारी यीशु बेलस टोप्पो ने बताया कि उक्त महिला के गैर आदिवासी से उतपन्न संतानों द्वारा हमे और इटकी के गैर आदिवासियों का जीना हराम कर रखा है। मां के नाम पर एसटी एससी केश में फंसाने के नाम पर राशि उगाही का धंधा बना लिया है
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