खलारी : लंबे समय के बाद एक बार फिर एनके और पिपरवार कोयलांचल में सजने लगी कोयला तस्करों की मैफिल।सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बहुत जल्द बड़े पैमाने पर कोयला की तस्करी की योजना तस्करों द्वारा बनाया जा चुका हैअभी इसको लेकर एक दो जगहों से ट्रायल के तौर पर कोयला भेजने का कार्य किया जा रहा है और प्रतिदिन दो चार गाड़ी कोयला क्षेत्र से बाहर भेजा जा रहा। सूत्रों की माने तो 26 जनवरी के बाद से डकरा,केडीएच,रोहिणी, चुरी,और पुरनाडीह से कोयला तस्करी की पूरी योजना बन कर तैयार है बस कही से हरी झंडी का इन्तेजार कोयला तस्करो को मिलना है उसके बाद बड़े पैमाने पर हाइवा, और ट्रक के माध्यम से हो सकती है कोयला की तस्करी। ज्ञात हो कि बरसात बीतते ही कोयले कि मांग बढ़ जाती है और कोयला तस्कर सक्रिय हो जाते है और मांडर,चान्हो,रातू,बुढ़मू,के अलावे कई जगहों पर कोयला भेजा जाता है। समय रहते प्रशासन व सीसीएल प्रबंधन इन कोयला तस्करों पर लगाम नही लगाया तो सीसीएल का करोड़ो को नुकसान होने का अनुमान है।
Leave a comment