
*इन लोग है जिम्मेवार:- स्थानीय प्रतिनिधि,सांसद, विधायक,पुलिस प्रसासन,सीसीएल प्रबंधन।*
डकरा : रैयत विस्थापित मोर्चा का बैठक हेसालोंग गंझूटोला में किया गया। बैठक की अध्यक्षता शिवनारायण लोहरा व संचालन कुलदीप साहू ने किया। बैठक मे रैयतो का जमीन सीसीएल पिपरवार एरिया के द्वारा 1990 मे भूमि अधिग्रहण रेल लाइन बिछाने के लिए किया गया था। भूमिअधिग्रहण होने के बाउजूद भी सीसीएल रैयतों को आज तक नौकरी न मुआवजा दिया। उसके साथ प्रबंधन के तरह से रैयतों से दुष्ट रवैया अपनाते हुए रेलवे का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। जो कि रैयत विस्थापित अपने अधिकारों से अब तक वंचित हैं। बताना चाहते है कि रैयतों के द्वारा 5 अगस्त 2021 को पिपरवार प्रबंधन को मांग को लेकर 15 दिनों का मोहल्लत दिया गया था। लेकिन प्रबंधन रैयतों की बात को अनसुना कर दिया। उसके बाद रैयतों ने अशोका पिपरवार राजधर रेल लाइन नावाडीह गेट न०2 पर अपनी मांग को लेकर रेल धरना पर अनिश्चितकालीन बंद कर दिया। रेल लाईन को एक महीना बंद करने के बाद सीसीएल प्रबंधन के कान में जु रेंगी। उस समय स्थानीय प्रतिनिधियों,सरकारी अफसर, सीसीएल प्रबंधन,पुलिस प्रसासन व सांसद विधायक के बड़े बड़े अधिकारियों ने 12 सितंबर 2021 को रैयतों को आश्वस्त दिलाया कि आपकी जायज मांग को पूरा किया जायेगा।लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रबंधन के सारे दाव पेच धरि के धरि रह गयी। सीसीएल का छलावा पन एक बार फिर दिखा। सीसीएल के छलावे से पूरा रैयत हताश हो गए है। लेकिन फिर भी अभी तक सीसीएल से कोई लाभ नहीं मिला है जिसका जिमेवार सी सी एल और अंचलाधिकारी खलारी है। मौके पर हेमलाल गंझू,सुरेश प्रसाद साहू, बिशेसर साहू, रामेश्वर साहू, रामधारी गंझु ,शंकर प्रसाद, उमाशंकर साहू, कलिंदर ठाकुर,गणेश मुंडा,मिथुन गंझू,राधेश्याम प्रसाद,नरेश यादव,बशदेव ठाकुर,सुकर गंझू, कृष्णा गंझू, मुकेश गंझू , रमेश गंझू , भरत यादव , चिरंजीवी साहू, बिगन गंझू, त्रिभुवन साहू , मंतोष मुंडा सहित अन्य रैयत ग्रामीण उपस्थित थे।
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