
पाकुड़ से जितेन्द्र यादव की रिपोर्ट
हिरणपुर (पाकुड़) । पाकुड़ जिले के हिरणपुर प्रखंड अंतर्गत डांगापाड़ा मोड़ के समीप चल रहे पेवर ब्लॉक निर्माण कार्य में भारी अनियमितता सामने आ रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, (लगभग 10 लाख) की लागत से बन रहे इस कार्य में मानकों की खुली धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
निर्माण कार्य में निर्धारित मात्रा से कम बालू और अत्यधिक मात्रा में मर्डर डस्ट (स्टोन डस्ट) का उपयोग किया जा रहा है, जिससे पेवर ब्लॉक की मजबूती और गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
जानकारों का कहना है कि इस तरह का घटिया मिश्रण कुछ ही महीनों में सड़क को जर्जर बना देगा, लेकिन ठेकेदार और संबंधित विभाग आँख मूंदे बैठे हैं।
मौके पर नहीं दिखा कोई तकनीकी निरीक्षण
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि निर्माण स्थल पर
न तो कोई अभियंता मौजूद है
न ही तकनीकी मापदंडों की जांच की जा रही है
और न ही गुणवत्ता नियंत्रण का कोई बोर्ड लगाया गया है
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि यह सब ठेकेदार–विभागीय मिलीभगत का नतीजा है, जिसमें लाखों रुपये का खेल खुलेआम चल रहा है।
ग्रामीणों में आक्रोश
ग्रामीणों का कहना है कि यह सड़क जनता के टैक्स के पैसे से बन रही है, लेकिन गुणवत्ता से समझौता कर सरकारी राशि की खुली लूट की जा रही है।
लोगों ने सवाल उठाया है कि
“अगर आज जांच नहीं हुई तो क्या सड़क टूटने के बाद कार्रवाई होगी?”
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि
क्या जिला प्रशासन और प्रखंड स्तर के अधिकारी इस अनियमितता से अनजान हैं?
या फिर सब कुछ ‘टेबल के नीचे’ सेट है?
यदि तत्काल तकनीकी जांच कराई जाए तो सच्चाई सामने आ सकती है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं होना संदेह को और गहरा करता है।
क्या होगी कार्रवाई या फिर दब जाएगी फाइल?
हिरणपुर में पहले भी कई निर्माण कार्यों में अनियमितता के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन अधिकतर मामलों में जांच के नाम पर लीपापोती होती रही है।
अब देखना यह है कि
क्या इस मामले में सच में कार्रवाई होगी या फिर यह मामला भी कागज़ों में ही दबा दिया जाएगा?
👉 जिला उपायुक्त, पाकुड़ को चाहिए कि
निर्माण कार्य की तत्काल गुणवत्ता जांच कराएं
दोषी ठेकेदार व अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करें
और जनता के पैसे की लूट पर पूर्ण विराम लगाएं
अब सवाल साफ है –
👉 क्या इस बार कार्रवाई दिखेगी या फिर यह भी “सब खेल चालू” वाला मामला बनकर रह जाएगा?
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