हिरणपुर (पाकुड़)। पाकुड़ जिले के हिरणपुर प्रखंड में अवैध लॉटरी का कारोबार कोरोना की तरह तेजी से फैलता जा रहा है। डांगापाड़ा मोड़, तोड़ाई, मोहनपुर मोड़ समेत कई प्रमुख स्थानों पर खुलेआम लॉटरी की पर्चियां बिकती देखी जा रही हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि प्रशासन अब तक मूकदर्शक बना हुआ है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस पूरे नेटवर्क को हृदय मंडल नामक व्यक्ति के जरिए संचालित किया जा रहा है, जो बेखौफ होकर अपने लोगों के माध्यम से अवैध लॉटरी का धंधा चला रहा है। लोगों का कहना है कि यह कारोबार दिन के उजाले में चल रहा है, फिर भी न पुलिस की नजर पड़ती है और न ही कोई ठोस कार्रवाई होती दिखाई देती है।
सूचना के बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब इस अवैध धंधे की जानकारी स्थानीय स्तर पर फैल चुकी है, तो फिर
👉 अब तक छापेमारी क्यों नहीं हुई?
👉 क्या सच में “टेबल के नीचे” सबका हिस्सा तय है?
👉 या फिर किसी बड़े संरक्षण के चलते यह नेटवर्क फल-फूल रहा है?
ग्रामीणों में इस बात को लेकर गहरी नाराज़गी है कि छोटे-मोटे मामलों में तुरंत कार्रवाई करने वाला प्रशासन, इस बड़े अवैध कारोबार पर चुप क्यों है।
युवाओं और गरीबों का भविष्य दांव पर
अवैध लॉटरी के कारण गांव के युवा, दिहाड़ी मजदूर और गरीब तबका तेजी से इसकी गिरफ्त में आ रहा है। रोज़गार के नाम पर सपने बेचे जा रहे हैं और बदले में मिल रहा है—कर्ज, नशा और बर्बादी।
“जागो हिरणपुर प्रशासन”
अब सवाल सीधे प्रशासन से है—
हिरणपुर प्रशासन कब जागेगा?
उपायुक्त महोदय, कब मिलेगी इस अवैध लॉटरी कारोबार पर ठोस कार्रवाई?
अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो यह नेटवर्क पूरे प्रखंड को अपनी चपेट में ले लेगा और फिर जिम्मेदारी तय करना मुश्किल हो जाएगा।
👉 जनहित में मांग:
अवैध लॉटरी के ठिकानों पर तत्काल छापेमारी
नेटवर्क से जुड़े लोगों की पहचान
संरक्षण देने वालों की जांच
और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई
हिरणपुर अब सवाल पूछ रहा है… जवाब कब मिलेगा?
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