देश के कुछ राज्यों में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (Guillain-Barré Syndrome) के पांव पसारने के बाद झारखंड में दस्तक देने से राज्य सरकार के कान खड़े हो गये। राज्य सरकार भी अब पूरी तरह से सचेत हो गयी है। इसी के मद्देनजर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) बीमारी के रोकथाम को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। साथ ही क्या-क्या सावधानियां बरती जा सकती हैं, इसको लेकर राय-मशविरा भी किया और कुछ आवश्यक निर्देश भी दिये।

बता दें कि Guillain Barre Syndrome नामक बीमारी से महाराष्ट्र के पुणे और पश्चिम बंगाल में कुछ मौतें हो चुकी हैं। यह बीमारी अब झारखंड में भी दस्तक दे दी है। गुइलेन बैरी सिंड्रोम नामक इस महामारी का पहला मामला झारखंड की राजधानी रांची में सामने आया है। एक 5 वर्ष की बच्ची इस बीमारी से पीड़ित है और बालपन अस्पताल में वेंटिलेटर पर इलाजरत है। बता दें कि यह बच्ची कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र के कुर्ला से लौटी थी।
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