अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ, हजारीबाग के जिला अध्यक्ष प्रवीण कुमार ने शिक्षक युक्तिकरण( रेसनलाइजेशन )हेतु एनआईसी पर जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय द्वारा दिनांक 3 जनवरी 2023 को जारी सूचि पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह सुचि बिना आपत्ति के निराकरण किये पूर्व की ही सुचि जारी किया गया है जो शिक्षिकों एवम संघ को धोखा देना है ।इस सुचि में छात्र संख्या की गणना सरकारी एवं सहायक अध्यापक को लेकर की गई है, लेकिन रेसनलाइजेशन केवल सरकारी शिक्षकों का ही किया जा रहा है, इससे जिले के लगभग 50 विद्यालय सरकारी शिक्षक विहीन हो जाएंगे। छात्र संख्या में सुधार नही किया गया।जनवरी में सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षको का भी गणना कर लिया गया है।मृत शिक्षकों का भी सूची में नाम होना इनके कार्यशैली को दर्शाता है । उत्क्रमित उच्च विद्यालय डाड में एक भी उच्च विद्यालय के शिक्षक नहीं है ।प्रारंभिक शिक्षक ही वहां कक्षा 1 से 10 तक की पढ़ाई करवाते है।इस विद्यालय से सभी सरकारी शिक्षक को मध्य विद्यालय के तहत दर्शाया गया है ,इस प्रकार वहां के छात्रों को सहायक अध्यापक के भरोसे छोड़ा जा रहा है। दिए गए आपत्ति की अनदेखी करते हुए लिस्ट के जारी होने से शिक्षकों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है। इस प्रकार के कृत्य में जिला शिक्षा अधीक्षक के कार्यालय कर्मी संलिप्तता साफ-साफ दृष्टिगोचर हो रही है ।अतः संघ यह मांग करता है कि इस जारी लिस्ट पर पुनः विचार करते हुए त्रुटियों का निराकरण किया जाए।
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