हजारीबाग–झारखंड राज्य बाल संरक्षण आयोग झारखण्ड सरकार के सदस्य रूचि कुजूर व मिन्हाजुल हक ने गुरूवार को प्राथमिक विद्यालय उर्दू, लाखे, उत्क्रमित उच्च प्लस टू विद्यालय सलगांवा और मध्य विद्यालय सलगांवा का निरक्षण किया। उन्होने सर्वप्रथम प्राथमिक विद्यालय, लाखे का निरिक्षण किया। इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी उपेंद्र नारायण, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी संजय प्रसाद, बीईईओ नागेश्वर सिंह, जिला बाल कल्याण समिति सदस्य मुन्ना कुमार पांडेय, विद्यालय के प्राचार्य राकेश कुमार सिंह परीवीक्षा अधिकारी एल पीओ, संकुल साधन सेवी, बीआरपी, उच्च विद्यालय सलगांवा के प्राचार्य रोहित प्रसाद, मध्य विद्यालय की प्राचार्य रीता कुमारी, शिक्षकगण शामिल थे। उन्होने विद्यालयों के विद्यार्थियों से प्रश्न कर शैक्षणिक स्तर का जांच किया व सरकार से प्राप्त हो रहें सुविधाओं की जानकारी प्राप्त किया। विधार्थियो सै कॉपी, किताब, पेन, पेन्सिल इत्यादि के बारे में भी जानकारी प्राप्त किया। विद्यालय के रसोईयों समूह ने वेतन नही मिलने की ज्ञापन सौपा। रूचि कुजूर कहा कि विद्यालय में भवन सम्बंधित मरम्मति, शौचालय, पीने के शुद्ध पानी आदि की समस्या को प्रशासनिक स्तर और सरकार स्तर पर बात कर निराकरण करेंगी।रूचि कुजूर ने छोटे बच्चों घुल मिल कर बात किया और उनके बीच टॉफी बांट कर अच्छे से पढ़ने व खेलने का आग्रह किया। रूचि कुजूर ने कहा कि बच्चे कल के भविष्य हैं। आप खुशहाल रहोगे, तो राज्य में उन्नति के राह पर आगे बढ़ेगी। कहा कि आज बच्चों के शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण उनके अधिकार के ऊपर काम करने कि आवश्यकता है। यह भी कहा कि डीसी एसपी और अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठक कर नौनिहाल के अधिकार और संरक्षण के लिए और अधिक कारगर तरीके से लागू करेंगें।

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