झारखंड की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की रविवार को संत फ्रांसिस चर्च, बनहोरा परिसर में आयोजित पल्ली दिवस समारोह और मांडर विकारिएट काथलिक महिला संघ की 56वीं वार्षिक आम सभा में शामिल हुईं।
इस मौके पर मंत्री ने कहा कि ईश्वर एक हैं, बस उनके रूप अलग-अलग हैं। “जिस शक्ति ने सृष्टि की रचना की, वही अलग-अलग रूपों में पूजी जाती है,” उन्होंने कहा। तिर्की ने चिंता जताई कि 2014 के बाद से कुछ खास धर्मों को निशाना बनाया जा रहा है, जो देश की संस्कृति और पहचान के विपरीत है।
उन्होंने कहा कि संविधान हर व्यक्ति को धर्म चुनने की आजादी देता है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि धर्म परिवर्तन से व्यक्ति की जाति बदल जाती है। मंत्री ने कहा — “सत्ता में बैठे कुछ लोग समाज को धर्म और जाति के आधार पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं। हमें ऐसी साजिशों का एकजुट होकर जवाब देना होगा।”
मंत्री तिर्की ने महिलाओं की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि सामाजिक और राजनीतिक चेतना बढ़ाने में महिलाओं की भागीदारी अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि “कई आंदोलनों की सफलता में महिलाओं की सक्रियता निर्णायक रही है। उनके बिना संतुलित समाज या परिवार की कल्पना अधूरी है।” कार्यक्रम में फादर एंथनी हेंब्रम, फादर सुमन एक्का, फादर मनोज कुल्लू, फादर विपिन कंडुलना, के. सुधा, सेराफिना मिंज, मारखा टोप्पो, रौशन तिग्गा, शिला तिग्गा सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।
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