पाकुड़ से जितेन्द्र यादव की रिपोर्ट
झारखंड–बंगाल बॉर्डर पर जाम से निजात, चांदपुर इंटीग्रेटेड ऑटो-टोटो स्टैंड का हुआ उद्घाटन
पाकुड़। रविवार का दिन पाकुड़ शहर के लिए राहत और उम्मीद की नई कहानी लेकर आया। वर्षों से जाम, अव्यवस्थित यातायात और सड़कों पर बिखरे ऑटो-टोटो के झंझट से जूझ रहे शहर को आखिरकार एक ठोस समाधान मिल गया। जिला प्रशासन की पहल पर मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत चांदपुर इंटीग्रेटेड ऑटो-टोटो स्टैंड का उद्घाटन हुआ—और इसी के साथ जाममुक्त पाकुड़ की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ा।
उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी मनीष कुमार ने झंडा दिखाकर स्टैंड का शुभारंभ किया। उद्घाटन के साथ ही ऑटो-टोटो चालकों के चेहरों पर राहत दिखी और आम लोगों में व्यवस्था सुधरने की उम्मीद जगी। यह वही मांग थी, जो वर्षों से चालक और यात्री प्रशासन के सामने उठाते आ रहे थे।
कार्यक्रम में अनुमंडल पदाधिकारी साइमन मरांडी, जिला परिवहन पदाधिकारी मिथिलेश कुमार चौधरी, अंचल अधिकारी अरविंद बेड़िया, मोटरयान निरीक्षक अमित कुमार, मुफस्सिल थाना प्रभारी गौरव कुमार, यातायात प्रभारी राकेश रंजन, जिला सड़क सुरक्षा प्रबंधक रितेश कुमार सिंह, सर्किल इंस्पेक्टर शंभू शरण, पंचायत प्रतिनिधि, ऑटो-टोटो संगठन के पदाधिकारी, चालक और बड़ी संख्या में आम नागरिक मौजूद रहे।
अपने संबोधन में उपायुक्त ने साफ शब्दों में कहा—
“यह स्टैंड सिर्फ एक ढांचा नहीं, बल्कि पाकुड़ को जाममुक्त, सुरक्षित और व्यवस्थित शहर बनाने की दिशा में मजबूत कदम है। शहर आपका है, इसे संवारना भी आपकी जिम्मेदारी है।”
उन्होंने चालकों से यातायात नियमों का पालन, शहर को अतिक्रमण-मुक्त रखने और दुर्घटना में घायलों की मदद के लिए आगे आने की अपील की।
जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि इस स्टैंड का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाना, अवैध ऑटो-टोटो संचालन को नियंत्रित करना और यातायात व्यवस्था को मजबूत करना है। अब पश्चिम बंगाल से आने वाले बिना पंजीकरण के ऑटो-टोटो पाकुड़ शहर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। यात्री निर्धारित स्टैंड पर उतरेंगे और आगे की यात्रा जिले में पंजीकृत ऑटो-टोटो से ही करेंगे।
स्टैंड के संचालन की जिम्मेदारी चांदपुर पंचायत को सौंपी गई है। इसके लिए पहले से ही सात सदस्यीय समिति का गठन किया जा चुका है। यात्रियों और चालकों की सुविधा के लिए परिवहन और पुलिस विभाग हर समय मौजूद रहेंगे।
प्रशासन ने साफ निर्देश दिया कि 1 जनवरी 2026 तक सभी चालकों को निर्धारित ड्रेस और आई-कार्ड बनवाना अनिवार्य होगा। साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण, नंबर प्लेट, बीमा, प्रदूषण प्रमाणपत्र और रूट परमिट दुरुस्त रखना होगा। तय समय के बाद नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई और भारी जुर्माना तय है।
कार्यक्रम के अंत में प्रशासन ने जनता और चालकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा—
नियमों का पालन होगा, तभी सड़कें सुरक्षित होंगी; व्यवस्था बनेगी, तभी पाकुड़ आगे बढ़ेगा।
चांदपुर ऑटो-टोटो स्टैंड का उद्घाटन सिर्फ एक समारोह नहीं, बल्कि पाकुड़ के लिए व्यवस्थित, सुरक्षित और जाममुक्त भविष्य की शुरुआत है।
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