सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सलडेगा में नवरात्रि के शुभावसर पर रूप सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों को अपनी कला और संस्कृति से जोड़ना था। विद्यालय के चारों दलों ने मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की रूप सज्जा कर झांकी निकाली।
वनवासी कल्याण केंद्र झारखंड की शैक्षिक इकाई श्रीहरि वनवासी विकास समिति द्वारा संचालित इस विद्यालय में आयोजित इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने विविध रूपों में मां दुर्गा के रूपों का चित्रण किया। शिवाजी दल ने रक्तबीज का वध करते हुए मां दुर्गा और मां काली के भव्य रूप का चित्रण किया। एकलव्य दल ने नवदुर्गा के विभिन्न रूपों को दर्शाया। आरुणि दल ने महिषासुर का संहार करते हुए मां दुर्गा तथा माता लक्ष्मी के रूप को प्रस्तुत किया। वहीं, भरत दल ने भगवान शिव के लिए तपस्या करती हुई माता ब्रह्मचारिणी का रूप प्रस्तुत किया। प्रतियोगिता में निर्णायक मंडली द्वारा दिए गए अंकों के आधार पर विजेताओं की घोषणा की गई। कुल अंकों के आधार पर एकलव्य दल को प्रथम स्थान, शिवाजी दल को द्वितीय स्थान और आरुणि दल को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के अंतर्गत प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार पाठक ने बताया कि इस तरह के आयोजन विद्यार्थियों को उनके अतीत और धार्मिक ग्रंथों से जोड़ने का उत्तम तरीका हैं। रूप सज्जा के माध्यम से विद्यार्थियों को अपनी कला का प्रदर्शन करने का भी अवसर मिलता है।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख आचार्यों में आचार्य मनोज प्रसाद, आशीष बड़ाईक, ओमप्रकाश आलोकनाथ साहू, मनोज कुमार, वेद प्रकाश, अनुज अरुण तिग्गा, आचार्या सीमा कुमारी, चंपा मांझी, सोनिया कुमारी, टिकेश्वरी कुमारी, शांता श्रेया, शोभा बड़ाईक, प्रतिमा कुमारी नायक, ममता कुमारी, सीता देवी, प्रमिला किंडो, मीरा कच्छप, आशा मुण्डा, उषा कुमारी, सरिता कुमारी, गौरी देवी, मुदित टोप्पो, दीक्षा कुमारी, रश्मि बड़ाईक, गीता कुमारी, अलका कुमारी, साधना कुमारी, रोशनी कुमारी आदि उपस्थित थे।
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