लेह और लद्दाख क्षेत्र के जाने माने पर्यावरण कार्यकर्ता और शिक्षाविद् सोनम वांगचुंक की गिरफ्तारी पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लिखा है-जल, जंगल, जमीन, भाषा, संस्कृति और अधिकार की रक्षा एवं देश के लिए समर्पित एक और मजबूत आवाज को गुमनाम बनाने के लिए किए जा रहे षडयंत्रों पर पूरे देश की नजर है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की यह प्रतिक्रिया गंभीर संकेत देती है। मालूम हो कि वांगचुक भी लद्दाख की पहचान, जमीन और भाषा-संस्कृति की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस लड़ाई को लेकर वह पिछले दिनों अनशन पर चले गए थे। लेकिन 24 सितंबर को लद्दाख क्षेत्र में भड़की हिंसा के बाद उन्हें गिरफ्तार कर राजस्थान के जोधपुर केंद्रीय कारा में नजरबंद कर दिया गया है। इसके बाद पूरे देश में विचारधारा की नयी लड़ाई शुरू हो गयी है। क्षेत्रीयता के समर्थकों का केंद्र की भाजपा सरकार पर गुस्सा फूटने लगा है।
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