प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में धनबाद के कुख्यात अपराधी आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह और एसटीएफ के बीच मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में आशीष और उसका एक साथी घायल हो गया. आशीष के पास से एके-47, पिस्टल और भारी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. यह मुठभेड़ प्रयागराज के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के शिवराजपुर इलाके में हुई.
प्रयागराज एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की है. धनबाद एसएसपी प्रभात कुमार ने एनकाउंटर की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि आशीष रंजन का प्रयागराज में एनकाउंटर हुआ है. उसे घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस को आशीष रंजन की लंबे समय से तलाश थी. आशीष झारखंड के धनबाद जिले का रहने वाला है. वह कई हत्याओं में वांछित था. बीती रात पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आशीष रंजन अपने साथी के साथ शिवराजपुर होते हुए प्रयागराज की ओर जा रहा है.
इसके बाद शंकरगढ़ पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने बिना किसी देरी के उसे घेर लिया और गिरफ्तार करने की कोशिश की, लेकिन उसने वहीं से फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की. जिसमें आशीष रंजन घायल हो गया. उसका साथी भी घायल हुआ है. उसके पास से एके 47, पिस्टल और भारी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं.
पुलिस ने दोनों अपराधियों को अस्पताल में भर्ती कराया है. जहां उनका इलाज चल रहा है. इलाज के बाद पुलिस उनसे पूछताछ करेगी, जिससे कई और हत्याओं का राज खुलने की उम्मीद है. पुलिस के मुताबिक, आशीष अपने साथी के साथ प्रयागराज में कोई बड़ी वारदात करने वाला था, लेकिन समय रहते उसे दबोच लिया गया. इससे एक बड़ी वारदात टल गई.
गैंगस्टर आशीष रंजन पर धनबाद के नीरज हत्याकांड और लाला हत्याकांड जैसे कई मामलों में केस दर्ज है. आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह मूल रूप से धनबाद का रहने वाला है और धनबाद जेल में बंद होने के बाद भी वह अपना बाहुबल बरकरार रखने में कामयाब रहा. पुलिस के मुताबिक, आशीष यूपी और बिहार में सक्रिय था और कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे चुका था.
पुलिस ने मौके से एक एके-47 राइफल, भारी मात्रा में जिंदा कारतूस, एक 9 एमएम पिस्टल और घटना में शामिल एक मोटरसाइकिल बरामद की है और आरोपियों से पूछताछ कर रही है. एसटीएफ प्रभारी जेपी राय की संयुक्त टीम ने आशीष को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.
अमन सिंह की हत्या की भी ली थी जिम्मेदारी
वहीं, आपको बता दें कि 12 मई 2021 को धनबाद के वासेपुर में जमीन कारोबारी सरफुल हसन की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में भी आशीष रंजन आरोपी है और फरार था. आशीष रंजन पर झरिया के टायर व्यवसायी रंजीत सिंह की हत्या का भी आरोप है. उस पर रंगदारी मांगने और अमन सिंह की हत्या का आरोप है. लेकिन कुछ महीने बाद ही वह अमन सिंह के खिलाफ हो गया था. अमन सिंह की हत्या के बाद उसने एक ऑडियो जारी कर इसकी जिम्मेदारी ली थी. जेल में बंद अमन हत्याकांड के तीनों आरोपियों ने पुलिस के सामने स्वीकार किया था कि आशीष रंजन के कहने पर उन्होंने हत्या की थी.
आशीष रंजन के खिलाफ धनबाद जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में रंगदारी, बमबाजी, हत्या समेत जानलेवा हमले के मामले दर्ज हैं.
गैंगस्टर अमन सिंह की 3 दिसंबर 2023 को धनबाद जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह ने सोशल मीडिया पर ऑडियो वायरल कर अमन की हत्या की जिम्मेदारी ली थी. बाइक चोरी के आरोप में जेल में बंद सुंदर उर्फ रितेश यादव ने 3 दिसंबर 2023 को अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी. उसकी हत्या का मास्टरमाइंड आशीष रंजन था. आशीष रंजन के इशारे पर ही अमन सिंह की हत्या की गई थी.
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