हर साल की तरह इस वर्ष भी खानकाह मज़हरिया मुनअमिया, फिरदौस नगर मनीटोला डोरंडा में दो दिवसीय उर्स-ए-गौसुल आज़म की शुरुआत आज से हो गई। इस आयोजन की सदारत खानकाह के सज्जादा नशीन, पीर-ए-तरीकत, रहबर-ए-शरीअत अल्हाज सैयद शाह मौलाना अलकमा शिबली कादरी साहब कर रहे हैं।
दो दिनों तक चलने वाले इस उर्स के अवसर पर सूफियाना कव्वाली, मिलाद शरीफ़, हलक़ा-ए-ज़िक्र, फातिहा खानी और लंगर शरीफ जैसे रूहानी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। आयोजन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
उर्स में झारखंड के सभी जिलों के अलावा बिहार, बंगाल और अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में अकीदतमंद शरीक हो रहे हैं। कई स्थानीय गणमान्य लोग भी कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं।
उर्स का पहला दिन – 3 अक्टूबर
आज सुबह उर्स की शुरुआत परचम कुशाई से की गई। दिनभर नज़र-ओ-नियाज़ का सिलसिला चला। शाम को नमाज़-ए-मग़रिब के बाद हलका-ए-ज़िक्र, सिज़राख़ानी, फातिहा खानी, और सलातो-सलाम के बाद रात 9 बजे से सूफियाना कव्वाली का आयोजन किया गया। इसमें पटना फुलवारी शरीफ और बनारस से आए मशहूर कव्वाल अनीस ख़ान और उनकी टीम ने क़व्वाली पेश की। इसके बाद आए हुए अकीदतमंदों के लिए लंगर शरीफ का भी इंतज़ाम किया गया।
उर्स का दूसरा दिन – 4 अक्टूबर (शनिवार)
कल सुबह 10 बजे से मिलाद शरीफ और हुज़ूर गौस पाक की शान में जलसे का आयोजन होगा, जिसमें शहर के कई अलीम-ए-दीन शामिल होंगे। इसके बाद फातिहा खानी, कव्वाली और दोपहर में लंगर शरीफ का आयोजन होगा।
शाम 4 से 5 बजे तक संवार-ए-ज़ियान शरीफ और कव्वाली, तथा नमाज-ए-मग़रिब के बाद फातिहा खानी और आख़िरी कुल शरीफ के साथ उर्स का समापन किया जाएगा।
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