
सद्दाम खान लोहरदगा ब्यूरो
लोहरदगा विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर आज गुरुवार को “विकसित भारत की नई पहचान’ परिवार नियोजन हर दंपति की शान” कार्यक्रम सदर अस्पताल प्रांगण में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उप-विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप उप विकास आयुक्त ने कहा कि विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम के उद्देश्य को समझना जरूरी है। आज भारत की जनसंख्या में युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है लेकिन यही जनसंख्या जब वृद्ध होगी तो इनकी संख्या ज्यादा होगी। यह किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए सही नहीं है। हमें देश की जनसंख्या को युवा रखना है तो जनसंख्या को नियंत्रित रखना होगा। बच्चों की संख्या दो ही रखें और उन्हें अच्छी तरह शिक्षित करें। उनके बेहतर स्वास्थ्य पर ध्यान दें। उनको एक बेहतर बचपन दें।
उप विकास आयुक्त ने कहा कि एक माँ जब बार-बार बच्चों को जन्म देती है तो उसे बहुत शारीरिक व मानसिक कष्ट झेलना पड़ता है। आज परिवार नियोजन के कई स्थायी और अस्थायी तरीके हैं। परिवार नियोजन की जितनी जिम्मवारी महिला की है उससे कहीं ज्यादा पुरूष की है। बच्चों में 2-3 साल का अंतर अवश्य रखना चाहिए।
हमें परिवार नियोजन के बारे ज्यादा से जानना चाहिए और दूसरों को भी बताना चाहिए।कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ राजमोहन खलखो ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर लोहरदगा जिला में परिवार कल्याण पखवाड़ा चलेगा। गांव-गांव जाकर द्वारा स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा परिवार नियोजन के बारे जानकारी दी जाएगी। इसमें परिवार नियोजन के कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण के साथ-साथ किशोरियों को भी जागरूक किया जाएगा।राज्यस्तरीय टीम की ओर से आयीं ऊषा राय ने कहा कि राज्य के सभी जिलों में यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है।सभी जिलों में सांख्यिकी आंकड़ों के संग्रह का कार्य चलेगा। जनसंख्या वृद्धि का नुकसान यह है कि बेरोजगारी,अशिक्षा, अस्वस्थता की समस्या बढ़ती है।कार्यक्रम बेहतर कार्य करने वाले चिकित्सकों, परिवार नियोजन अपनाने वाले दंपत्तियों को भी सम्मानित किया गया। उप विकास आयुक्त द्वारा अंत मे स्टॉल का अवलोकन भी किया गया।उक्त कार्यक्रम में सदर अस्पताल के डीपीएम एनएचएम नाजिश अख्तर, चिकित्सकगण, कर्मीगण, स्टाफ नर्स एवं अन्य कर्मी उपस्थित थे।
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