हजारीबाग– परिजनों के अनुसार हिंदुस्तान लीवर एजेंसी के संचालक सुनील गुप्ता की पुलिस हिरासत में मौत हुई है जो हजारीबाग के लिए पीड़ादायक है पुलिस ने एक आरोप के तहत सुनील गुप्ता को कस्टडी में लिया था इसके बाद इलाज के दरमियान मौत हो गया। प्रशासनिक पदाधिकारियों के अनुसार एरेस्टिंग के बाद भागकर छत पर चढ़ गए और छत से गिरने से दुर्घटना हुई है।झारखंड सरकार सीआईडी या अन्य जांच एजेंसी के द्वारा इस घटना की न्याय उचित जांच कराकर दोषियों को कड़ी सजा दे एवं पीड़ित परिवार उचित न्याय मिले। यह बातें कांग्रेस के पूर्व हजारीबाग विधायक प्रत्याशी डॉ आरसी मेहता ने पीड़ित परिवार सांत्वना देने के बाद शोक संतिप्त परिवार के घर पत्रकार वार्ता में कहा। डॉ मेहता ने कहा की पीड़ित परिवार को परिवारिक लाभ आर्थिक सहायता के साथ इनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिया जाए क्योंकि इस परिवार में सुनील गुप्ता ही एक धन उपार्जन थे जिनका कस्टोडियन मौत हुई है। सुनील गुप्ता ने पत्नी माला देवी को मृत्यु से पूर्व सुनील गुप्ता इलाज के दरमियान अस्पताल में कहा था पुलिस हमें बहुत सारीरिक टॉर्चर किया है जिस कारण मैं बोल नहीं पा रहा हूं। पुलिस का अधिकार है पूछताछ एवं कस्टडी में लेना है कस्टडी के दरमियान टॉर्चर हुमैन राइट के खिलाफ है।पीड़ित परिवार से मिलने वालों में कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष श्री मनोज नारायण भगत युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव सुश्री कोमल राज दशरथ दांगी सुशांत कुमार गिरधारी महतो अजय पासवान एवं अनेकों पत्रकार बंधु उपस्थित रहे।
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