BIHAR : बिहार के रोहतास जिले के बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के दुर्गाडीह गांव में अवैध शराब को लेकर छापेमारी करने गई उत्पाद विभाग की टीम पर हमला करने की घटना सामने आई है। इस हमले में छापेमारी के लिए गई टीम के एक वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
उत्पाद विभाग की टीम पर हमला
उत्पाद विभाग की टीम बिक्रमगंज इलाके के दुर्गाडीह गांव स्थित राधा किशुन राम के पुत्र हरेश राम के घर छापेमारी करने पहुंची थी। इस दौरान ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने घर में तोड़फोड़ की और सामान अस्त-व्यस्त कर दिया। ग्रामीण दिलीप कुमार का कहना है कि जिस घर पर पुलिस ने छापेमारी की, उसका शराब के अवैध धंधे से कोई संबंध नहीं है और वहां के लोग बाहर रहकर काम करते हैं।
वहीं स्थिति बिगड़ने पर एक वाहन को घेर लिया
ग्रामीणों के विरोध के चलते उत्पाद विभाग की टीम के दो वाहन वहां से सुरक्षित निकलने में सफल रहे, लेकिन एक स्कॉर्पियो को ग्रामीणों ने घेर लिया। घटना की सूचना मिलते ही बिक्रमगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और समझा-बुझाकर स्थिति को शांत कराया। इसके बाद उत्पाद विभाग की टीम को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
उत्पाद निरीक्षक का बयान
इस मामले पर उत्पाद निरीक्षक भिखारी कुमार ने बताया कि इस घटना में किसी भी पुलिसकर्मी को कोई चोट नहीं आई है।
क्या था हमले का कारण?
बिक्रमगंज थानाध्यक्ष ललन कुमार के मुताबिक, उत्पाद विभाग की टीम सादे लिबास में थी, जिससे ग्रामीणों को शक हुआ और वे नाराज हो गए। हालांकि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ, केवल एक वाहन को हल्का नुकसान हुआ है। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
शराबबंदी कानून और तस्करी
यह घटना उस समय सामने आई है जब बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद कई बार पुलिस और ग्रामीणों के बीच टकराव की घटनाएं सामने आई हैं। हाल ही में डेहरी डालमियानगर के सभापति के यहां भी उत्पाद विभाग को छापेमारी के दौरान भारी विरोध का सामना करना पड़ा था, हालांकि वहां कुछ भी बरामद नहीं हुआ और पुलिस की किरकिरी भी हुई। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बावजूद अवैध शराब की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही, और इस तरह की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।
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