रिपोर्ट जितेन्द्र यादव
महेशपुर, पाकुड़: महेशपुर प्रखंड में पिछले 7 वर्षों से पदस्थापित कनिया अभियंता (JE) रंजीत मंडल को लेकर अब स्थानीय लोगों के बीच सवाल उठने लगे हैं। क्षेत्र के कई ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों का कहना है कि लंबे समय से एक ही प्रखंड में टिके रहने के बावजूद, अब तक उनके कार्यों की कोई उच्च स्तरीय समीक्षा नहीं हुई है और न ही विभागीय कार्रवाई की कोई पहल दिखाई देती है।
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि प्रखंड क्षेत्र में कई विकास योजनाएँ धीमी गति से चल रही हैं। कई योजनाओं में गुणवत्ता की शिकायतें भी समय–समय पर उठती रही हैं, लेकिन संबंधित विभाग द्वारा अब तक प्रभावी ढंग से जांच नहीं की गई है।
वहीं, प्रखंड के कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार के नियमों के अनुसार किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को एक ही स्थान पर लगातार कई वर्षों तक पदस्थापित रखना उचित नहीं माना जाता। इसके बावजूद रंजीत मंडल को 7 साल से महेशपुर में बनाए रखना विभागीय प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े करता है।
ग्रामीणों ने मांग की है कि
कनिया अभियंता के कार्यकाल की समीक्षा की जाए,
लंबित या संदिग्ध योजनाओं की जांच कराई जाए,
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