सिमडेगा जिले की उपायुक्त ने एक बार फिर प्रशासनिक संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण की अनूठी मिसाल पेश की है। दरअसल कुडरुम से बीरू जाने के दौरान कुडरुम पुलिया के पास बच्चों की एक टोली को देखकर उपायुक्त सिमडेगा ने मानवीय संवेदनशीलता का परिचय देते हुए अपनी गाड़ी रुकवाई। उन्होंने बच्चों से आत्मीयता से बातचीत की और उनकी पढ़ाई व पारिवारिक स्थिति के बारे में जानकारी ली।
इसी दौरान श्रद्धा कुमारी नामक बच्ची ने बताया कि उसकी मां का निधन हो चुका है और उसके पिता रोज़गार के सिलसिले में दिल्ली में कार्यरत हैं। बच्ची की स्थिति सुनकर उपायुक्त भावुक हो गईं। उन्होंने तत्काल सिमडेगा बीडीओ समीर रैनियर को निर्देश दिया कि श्रद्धा कुमारी को सरकार की स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ा जाए, ताकि उसे शिक्षा और जीवन-यापन में आवश्यक सहायता मिल सके।
उपायुक्त की इस पहल से प्रशासन की मानवीय सोच और बच्चों के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण सामने आया है। स्थानीय लोगों ने भी उपायुक्त के इस कदम की सराहना की है।
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