रिपोर्ट: मंसूर खान ब्यूरो के साथ तनु उपाध्याय
रामगढ़ जिले के सीमावर्ती क्षेत्र पोटंगा पंचायत जरजरा सरना स्थल मे आज प्राकृतिक पर्व सरहुल में विधि विधान के साथ पूजा संम्पन्न हुआ। स्थानीय पाहन के द्वारा अच्छी फसल एवं सुख समृद्धि की कामना की गई एवं मुर्गों की दी हुई बली चावल दाल सब्जी के साथ ताहरी बनाकर प्रसाद के रूप में सरना स्थल में उपस्थित सभी लोगों ने प्रसाद ग्रहण कराई गई। इसके बाद गांव में फूल खुशी का कार्यक्रम शुरू हुआ।

पाहन के द्वारा प्रत्येक घरों में जाकर सराय फूल खोज कर सभी गांव के जनजीवन खुशहाली कि कामना किए। इस कार्यक्रम में आस-पास के दर्जनों गांवों के लोग सरना स्थल पहुंचे।आपको बताते चलें कि आदिवासियों के बीच बहुत बड़ा महत्व रखता है। जिसे लेकर आज प्रकृति पर्व सरहुल महापर्व ,बाहा पर्व झांकी भव्य जुलूस को शानदार एवं धूमधाम से मनाई गई। वहीं इस कार्यक्रम का मुख्य अतिथि संजीव बेदिया झामुमो केंद्रीय सचिव शामिल हुए कहा प्राकृतिक आस्था का महापर्व सरहुल आदिवासियों का सबसे बड़ा पर्व है जिसे झारखंड राज्य सहित पूरे देश में आदिवासी समाज के द्वारा धूमधाम से मनाई जा रही इसी तहत आज पोटंगा पंचायत में भी सौहार्द वातावरण के साथ कुशलता पूर्वक मनाया गया है।
मौके पर मुख्य रूप से झामुमो केन्द्रीय सचिव संजीव बेदिया, सामूहिक सरहुल समिति के अध्यक्ष दसई मांझी, दिनेश करमाली, कार्तिक मांझी, सामूहिक सरहुल समिति के संरक्षक बहादुर मांझी, सुखू मांझी, खेपन मांझी, सतनारायण बेदिया, नकुल प्रजापति, सुरेश मुर्मू, जुगल करमाली, तुलसी उरांव, महादेव सोरेन, जितेंद्र यादव, पूरन टूडू, तालो हंसदा, शिकारी टूडू, राजू पवरिया, सहदेव मांझी, मोहन मांझी, सुरेश प्रजापति, बुधन करमाली, नंदू करमाली, सोमरा पवरिया, बरियत किस्कू, धनलाल बेदिया, जगमोहन बेदिया, परमेश्वर सोरेन, सुरेंद्र हंसदा, प्रयाग प्रसाद, पूरन टूडू, बिनोद सोरेन, दीपक मरांडी, गणेश मुर्मू, टिंकू करमाली, रामलाल बेदिया सहित कई लोग शामिल थे।
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