सारवां / संतोष शर्मा :सारवां प्रखंड के पहरिया उत्क्रमित उच्च विद्यालय मे आई सी टी के तहत दस द्विसीय प्रशिक्षण का चौथा दिन सभी विद्यालय के शिक्षकों ने भाग लिया। पूर्व मे भी आई सी टी के तहत दस द्विसीय प्रशिक्षण शिक्षकों को दिया गया था। प्रथम बेच मे विद्यालय के 50 प्रतिशत शिक्षिकों ने अपनी प्रशिक्षण पूरी की। और प्रशिक्षण का दूसरी बेच दूसरी बेच 17 जुलाई से प्रारम्भ होकर 28जुलाई तक चलेगी। आई सी टी के द्वारा विद्यालयों मे उपकरण लगाए गए हैं। शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा ताकि विद्यालय मे किसी कारणवस कंप्यूटर इंस्ट्राक्टर विद्यालय नहीं आ सके या त्याग पत्र दे तो ऐसी स्थित मे कंप्यूटर कक्ष संचालित होती रहे। सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी का महत्व
शिक्षा की बढती मांग को पूरा करने के लिए तथा छात्रों की शैक्षिक आवशयकताओं की पूर्ति करने के लिए सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी का अत्यधिक महत्त्व है।
शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया को सरल, सुबोध एवं सुगम बनाने में सूचना-सम्प्रेषण तकनीकी महत्पूर्ण है।
विद्यार्थियों के योग्यतानुसार पाठ्य-सामग्री को बोधगम्य बनाने में आईसीटी एक महत्पूर्ण उपकरण है।आई सी टी ट्रैनर शिव शंकर सिंह ने बताया
सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी शिक्षा के सभी माध्यमों में प्रमुख भूमिका निभाती है। औपचारिक, अनौपचारिक जैसी सभी तरह की शिक्षा में महत्त्व रखती है।
इनफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी ने दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र को सशक्त किया है।
यह शिक्षण प्रक्रिया को रोचक बनाती है तथा विद्यार्थियों में अभिप्रेरणा उत्पन्न करती है।
सभी प्रकार के व्यावसायिक प्रशिक्षणों में एक लोकप्रिय साधन के रूप में सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी का प्रयोग होता है।
जन-साधारण को सामान्य शिक्षा प्रदान करने में आईसीटी का अत्यधिक महत्त्व है।
इसके द्वारा छात्रों के अधिगम को स्थायी बनाया जा सकता है।
आईसीटी छात्रों के ध्यान केन्द्रित करने का उत्तम साधन है।

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