
नवझारखंड फाउंडेशन के संस्थापक सह समाजसेवी किशोरी राणा जी बताते है कि कैसे अन्य स्वजातीय लोगों के सामने विश्वकर्मा समाज की राजनितिक भागीदारी को नज़रअंदाज़ किया जा रहा है।समाजसेवी किशोरी राणा ने कहा कि हाल ही में भारतीय जनता पार्टी ने झारखण्ड भाजपा इकाई के विभिन्न पदाधिकारियों की सूची जारी की थी लेकिन इस सूची में झारखण्ड के किसी भी जिले में विश्वकर्मा समाज से किसी को भी कोई पद नहीं दिया गया है, जो कि समाज की अनदेखी की ओर इशारा करता है।बकौल किशोरी राणा झारखंड में विश्वकर्मा समाज के लगभग 25 से 30 फ़ीसदी की हिस्सेदारी रखता है। मैं इस बात से बड़ा अचरज़ में हूँ कि चुनाव के मध्यनजर देश की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा अभी हाल ही के दिनों में अपने हर जिलों में अध्यक्ष उपाध्यक्ष और प्रभारी की नियुक्ति की है पर इनमें से एक भी विश्वकर्मा समाज के ना अध्यक्ष चुने गए और ना ही प्रभारी चुने गए यह बड़े ताजुब की बात है की इतनी बड़ी पार्टी कैसे एक समाज दरकिनार कर सकती है।पूरे झारखंड राज्य में इस बार विश्वकर्मा समाज आने वाले चुनाव में लोकसभा हो या विधानसभा बहुत अहम रोल साबित करेगा ।मुझे लगता है किसी भी पार्टी को इतनी बड़ी हिस्सेदारी वाले समाज के साथ ऐसा करना उचित नहीं ।
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