राँची (खलारी), पवन गुप्ता:
राँची जिले के खलारी थाना क्षेत्र से सुबह होते ही हाइवा व ट्रैक्टरों से बालू का उठाव शुरू हो जाता है. बालू माफियाओं द्वारा सरकार की रोक के बावजूद नदी से अवैध तरीके से बालू का उत्खनन कर हाइवा व ट्रैक्टर पर लोड कर धड़ल्ले से गंतव्य स्थल तक पहुंचाया जा रहा है. इसके बावजूद प्रशासन द्वारा इसे नहीं रोका जा रहा है. मीडिया में खबर आने के बाद प्रशासन द्वारा कार्रवाई भी की जाती है, परंतु कुछ घंटो बाद बालू का परिचालन बंद होने के बाद फिर बालू का उठाव जारी हो जाता है.
राजधानी राँची के अलावे कई प्लांट में रोज पहुंचता है बालू
राजधानी राँची सहित आसपास में प्रतिदिन सैकड़ों ट्रेक्टर व दर्जनों हाइवा बालू की आपूर्ति की जा रही है. सुबह के 4 बजे से सुरु होता है बालू का उठाव देर रात तक बालू लदे वाहनों का आना जाना प्रारंभ हो जाता है. इन बालू लदे वाहनों के लिए कोई चेकिंग नही होती हैं बालू माफिया बेखौफ होकर रातो दिन नदी से बालू का उठाव करते है सूत्र की माने तो इन बालू का खेल में सभी संबंधित अधिकारियों का राशि तय है सूत्रों से जानकारी अनुसार प्रति ट्रेक्टर 3500 रुपया प्रति माह पहुँचा दिया जाता है जब कि केवल मानकी सफिह नदी से सैकड़ो की संख्या में ट्रेक्टर बालू ढोते है।
दिन के उजाले में बेखौफ बालू का उठाव होता है।
सबसे आश्चर्य जनक बात है कि खलारी क्षेत्र में रात के अंधेरे में नही दिन के उजाले में मुख्य मार्ग में सैकड़ो ट्रेक्टर बालू लेकर चलते है पर उसे रोकने वाला कोई नही है।खलारी से बुढ़मू जाने वाला रास्ते मे तो आसानी से यह नजारा देख जाता है जहाँ टेक्टरों का रेला रहता है।और यह सब प्रसाशन के नाक के नीचे होता है।
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