
कहा आरोग्यम अस्पताल का शेयर होल्डर के मैं हर्ष अजमेरा स्वयं और पिताजी सुनील जैन अजमेरा है।

हजारीबाग।

गुरुवार को आरोग्यम अस्पताल के निर्देशक हर्ष अजमेरा के द्वारा एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया प्रेस वार्ता को आयोजित करते हुए हर्ष अजमेरा ने कहा कि करीब साढ़े सात वर्षों से अस्पताल को शहर वासियों ने अपना आशीर्वाद दिया है हर सुख दुख में अस्पताल परिवार जनता जनार्दन के बीच में परिवार की तरह कार्य कर रहा है। श्री अजमेरा ने बताया कि बीते 12 में 2024 को बड़कागांव में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें कांग्रेस नेता संजय तिवारी के द्वारा आयोजित किया गया था इस कारण में उन्होंने मेरे वह मेरे अस्पताल आरोग्यम पर निहित स्वार्थ व राजनीतिक कारणों से व्यक्तिगत अक्षेप लगाये गये है, संजय तिवारी ने उक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो आरोप लगाये है वे बिल्कुल ही निराधार और द्वेषपूर्ण है। आप सबों के समक्ष निम्नलिखित तथ्य के माध्यम से कुछ बताना चाहता हूं कुछ बताना चाहता हूं जिसमें मेरे अस्पताल की स्थापना 2016 में हुई थी और उस वक्त मेरे साझेदार थे हेमचंद गर्ग, डोलोन डे, अरुण कुमार डे, सुनील कुमार जैन थे, यह साझेदारी 2016 से 2018 तक चली। फिर साझेदारी टूट गई और अभी वर्तमान में सिर्फ हर्ष अजमेरा और सुनील कुमार जैन दो ही साझेदार हैं। इन दोनों के अलावा मेरे परिवार या अन्य कोई भी आरोग्यम अस्पताल का साझेदार नहीं है। किसी का हस्तक्षेप भी नहीं है कोविड काल में मेरे अस्पताल आरोग्यम में सैकड़ों मरीजों की चिकित्सा की गई और उन्हें स्वस्थ्य कर डिस्चार्ज किया गया। हॉस्पिटल में वर्ष 2020 में कोविड के 610 मरीजों का इलाज किया गया जिसमें किसी की भी मौत नहीं हुईं। वर्ष 2021 में कोविड के 1630 मरीजों का ईलाज अस्पताल में हुआ 480 मरीज ऐडमिट होकर इलाजरत थे। सिर्फ 32 मरीजों की मृत्यू हुई। इन मरीजों में भी 24 मरीज हजारीबाग तथा अन्य जिलों के स्वास्थ्य संस्थानों के द्वारा रेफर मरीज थे। इन सभी की हालत काफी गंभीर थी। कोविड एक वैश्चिक बीमारी थी जिससे दुनिया भर में लाखों लोगों की मौत हुई, वही विश्वभर मे अनेकों लोग अपने परिजनों से दूर हो गए आरोग्यम अस्पताल परिवार सभी के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता है, कोविड के दौरान विश्वस्तरीय अस्पतालों में भी ईलाज के दौरान लोगों की मौत हुई है । मेरे अस्पताल में भी प्रयास कोशिशों के बावजूद कुछ लोगों की जान अस्पताल के चिकित्सक नहीं बचा पाए। इस बात का दुःख न सिर्फ मुझे है बल्कि पूरे अस्पताल प्रबंधन को भी है।,अस्पताल को झारखंड सरकार द्वारा बेस्ट सर्विस प्रोवाइडर के रूप में अस्पताल को आयुष्मान भारत से सम्मानित किया गया है। पूरे झारखंड प्रदेश स्तर में आयुष्मान भारत योजना के तहत उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए स्कोच अवॉर्ड 2019 से भी सम्मानित किया गया है। पी.एम.जे.ए.वाई योजना के तहत बेहतर कार्य हेतु सर्वोत्तम अस्पताल झारखंड वर्ष 2022 का अवार्ड से अस्पताल को सम्मानित किया गया था, झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्वोत्तम सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल के रूप में चिन्हित कर वर्ष 2022 में आरोग्यम को सम्मानित किया गया था महामारी कोविड काल में आरोग्य में ही एक ऐसा संस्था जिसमें वेंटीलेटर एवं बाईपास की सुविधा थी जिसके बल पर हम अपने जिले तथा जिले के बाहर के आने को मरीजों को हाई रिस्क रोगियों की चिकित्सा सफलतापूर्वक कर सके हैं पिछले वर्ष के आंकड़ों के मुताबिक कुछ जटिल बीमारियों का इलाज किया गया है जिसकी जानकारी कुछ इस प्रकार है सर्जरी 268 जिसमे 265 मरीजों की सर्जरी सफल रही। वर्ष 2022 से वर्ष 2024 तक 1890 मरीज का इलाज हमने किया है जिसमें 1873 स्वस्थ होकर अपने घर चले गए थे हम लोगों ने फांसी लगाने वाले मरीजों गोली लगे हुए मरीज जहर खाएं एवं सर्पदंश के मरीजों के शासक सड़क दुर्घटना के शिकार हुए मरीजों की भी चिकित्सा की गई है जिसमें हैंगिंग 72 मरीज अस्पताल परिसर पहुंचे, 69 मरीज ठीक हुए तीन मरीजों को अन्य अस्पताल के लिए रेफर किया गया, गण शॉट के बार मरीज अस्पताल परिसर में आए 9 मरीज ठीक हुए वहीं दो मरीज को अन्य अस्पताल के लिए रेफर किया गया, जहर की 240 मरीज अस्पताल परिसर पहुंचे 233 मरीज ठीक होकर चले गए वहीं सा मरीज की मृत्यु हो गई, सड़क दुर्घटना में 1625 मरीज अस्पताल परिसर पहुंचे 1290 मरीज ठीक होकर चले गए वहीं 25 मरीज की मृत्यु हो गई और 310 को अन्य अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
साथ ही श्री अजमेरा ने कहा कि संजय तिवारी के द्वारा जो दोषारोपन किया गया है वह बिल्कुल ही गलत है और निराधार है जिससे मेरी व्यक्तिगत छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है मेरी संस्था को बदनाम करने का साजिश पूर्वाग्रहित होकर की गई है।
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