रामगढ़ जिले के पतरातु मां पंचवाहिनी मंदिर स्थित विस्थापित प्रभावित अधिकार समिति द्वारा पीवीयूएनएल में विभिन्न मांगों को लेकर आपातकालीन बैठक किया गया, जिसकी अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष खुसबू देवी और संचालन सुरेश साहू ने की । इस बैठक में बेरोजगार विस्थापितों को रोजगार को लेकर चर्चा की गई, खुशबू देवी ने कहा पीवीयूएनएल व यूपीएल बाहरी लोगों को काम दे रहे है,पीवीयूएनएल व यूपीएल झारखंड सरकार के नियम कानून की धज्जी उड़ा रहा है ।
नियम विरुद्ध रोजगार देने का काम कर रहा पीवीयूएनएल यूपीएल।
इनके अंदर काम कर रहे विभिन्न एजेंसियों में विस्थापित प्रभावित गांवों के लोगों को छोड़कर बाहरी लोगों को काम पर रखा जा रहा है। इस मामले को लेकर विस्थापित प्रभावित अधिकार समिति लगातार संस्थान के सीएमडी और सीईओ को दूरसंचार के विभिन्न माध्यमों से सूचित करने का काम की गई, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि संस्थान के ओर से कोई प्रतिक्रिया जवाब देह नहीं पदाधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं । इसी वजह के कारण स्थानीय विस्थापित प्रभावित बेरोजगार लोगों को काम नहीं दिया जा रहा और उनके जगह पर बाहरी लोगों की फौज खड़ी कर दी जा रही है, जबकि झारखंड सरकार के नियमानुसार विभिन्न फैक्ट्रीयों में 75% तक स्थानीय लोगों को रखा जाना है वहीं अगर यहां देखा जाए तो लगभग 20% से भी काम स्थानीय लोग नजर आएंगे और बाहरी लोग काफी संख्या में काम कर रहे हैं । विस्थापित प्रभावित गांव के लोगों को रोजगार मिले इसे लेकर विस्थापित प्रभावित अधिकार समिति के लोगों द्वारा 22 दिसंबर से 27 दिसंबर तक 2021 में आमरण भूख हड़ताल अनशन किया गया था ,जिसमें 94 लोग भाग लिए थे । हड़ताल तोड़ने के वक्त संस्थान के लोगों के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि सभी को रोजगार दिया जाएगा। लेकिन कंपनी ने विस्थापितों के साथ वादाखिलाफी की गई और 2 साल बीत जाने के बाद भी 94 भूख हड़तालियों को अभी तक रोजगार नहीं दिया गया, कहा इस आंदोलन को बड़कागांव विधानसभा विधायक अंबा प्रसाद द्वारा बेंच देने का काम किया गया है, इसका जीता जागता सबूत के तौर पर दिनेश कंपनी में कार्य कर रहे मजदूरों के नाम लिस्ट से समझा जा सकता है।
ऋषिराज पांडे , रिया कुमारी, मनोज कुमार, सत्य प्रकाश, दुलारचंद कुमार समेत कई लोग विस्थापित फैमिली से नहीं हैं ।सभी डोनेशन देकर के एनटीपीसी में आया है व कुछ ऐसे भी लोग हैं जो जॉब छोड़ कर आए हैं ।ऑलरेडी जिंदल में कार्यरत कुछ लोग थे, सूचना एनटीपीसी के सीईओ को भी हमने दिया था ।लेकिन किसी भी प्रकार का कोई एक्टिविटी नहीं दिखा । 2 महीना पहले इन लोगों से 15 दिन कार्य भी कराया गया था उस टाइम डोनेशन नहीं देने के वजह से इन लोगों को दो महीना तक बैठा दिया गया था, डोनेशन देने के बाद तुरंत इन लोगों को इन लोगों का जॉइनिंग करवाया गया। इसकी गहराई से जांच करने के बाद खुलासा हो जाएगा । दिनेश कंपनी में कार्य कर रहे सभी वर्कों का नाम और एड्रेस देखा जाए तो विस्थापित गांव के चार-पांच लोग ही नजर आ रहे हैं।
वर्तमान बड़कागांव विधानसभा विधायक अंबा प्रसाद द्वारा बड़कागांव, बरकट्ठा, हजारीबाग व रांची के रहने वाले लोगों को काम पर रखा जा रहा है। भूख हड़ताल तोड़ते वक्त अंबा प्रसाद समिति के संरक्षक के तौर पर थी और उन्हीं के नेतृत्व में भूख हड़ताल हम लोगों द्वारा तोड़ा गया था , जिसका लाभ आज विधायक अंबा प्रसाद उठा रही है उन्हीं के इशारे पर यह सारा काम और खेल जारी है।
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