श्री अग्रसेन स्कूल भुरकुंडा के केजी कक्षाओं में बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया गया। गेम्स, पेंटिंग, नृत्य, संगीत आदि के माध्यम से नए बच्चों में स्कूल आने के प्रति रुचि बढ़ाई गई, ताकि बच्चे पूरी सहजता के साथ स्कूल में अपना समय व्यतीत कर सकें। इस अवसर पर नए अभिभावकों के साथ आयोजित सेशन में जूनियर विंग की प्रमुख करुणा राजगढ़िया ने कहा कि स्कूल जाने की शुरुआत में नई जगह होने के कारण किसी भी बच्चे के लिए मुश्किलें हो सकती है।बच्चा नए लोगों से मिलता है, जिन्हें उसने पहले कभी नहीं देखा है। ऐसे में बच्चों को स्कूल भेजने के लिए पैरेंट्स को भी कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसलिए कुछ जरूरी तैयारियां अवश्य करें, ताकि बच्चा स्वयं स्कूल के लिए खुद को प्रीपेयर कर सके। उन्होंने कहा कि बच्चे की पसंद का स्कूल बैग, वाटर बोतल, लंच बॉक्स, कलर बॉक्स, शूज, यूनिफार्म, स्टेशनरी जैसी चीजें दिलाएं। इससे बच्चे का उत्साह बढ़ेगा। शॉपिंग के दौरान उसे बार-बार बताएं कि वह बड़ा हो गया है। अब वह स्कूल जाएगा। इसलिए उसकी पसंद से शॉपिंग की जा रही हैं। स्कूल के एनवायरनमेंट, शेड्यूल और स्कूल के बारे में तरह-तरह की पॉजिटिव बातें बताएं। आप अपने स्कूलिंग लाइफ की यादों को भी पूरे उत्साह के साथ बताएं,भले ही वह मनगढंत ही क्यों न हो।करुणा राजगढ़िया ने कहा कि बच्चा जब स्कूल से घर आये तो उसकी फीलिंग्स के बारे में बात करें। स्कूल में होनेवाली परेशानी पर बात करते हुए उसका पॉजिटिव समाधान बताएं। उसे बताएं कि वो आज स्कूल में कौन सा गेम्स खेलेगा। कौन-कौन सी एक्टिविटी होगी। ड्राइंग करेगा तो कितना मज़ा आएगा। कितने सारे नये दोस्त बनेगें। बच्चा जब घर में रहे तो उसके क्लास में कौन-कौन बच्चे हैं यह बात बार-बार पूछें। उसकी मेमोरी पावर बढ़ेगी। स्कूल को लेकर या स्कूल में उसकी सुरक्षा के प्रति कोई नेगेटिव बात न करें। क्योंकि स्कूल स्वयं छोटी-छोटी बातों के प्रति गंभीर रहता है। स्कूल में बच्चों को गुड टच बैड टच का अंतर भी बहुत ही प्रॉपर तरीके से वीडियो, चित्र व एक्शन के माध्यम से बताया जाता है। सीबीएसई इसके लिए सभी टीचरों को प्रशिक्षित करता है। बच्चे को विश्वास दिलाएं कि स्कूल में मैम है। प्रिंसिपल हैं। वाशरूम ले जाने के लिए मेड है। कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी। जैसे घर पर है हमसब केयर करते हैं, वहां भी प्रॉपर केयर मिलेगा। संभव हो तो उस स्कूल में आसपास से जानेवालों से भी उसे मिलवाएं। इससे बच्चे को कभी नही लगेगा कि वो बिल्कुल अनजान दुनिया में जा रहा है। इन छोटी-छोटी बातों को अपनाकर आप अपने बच्चे को स्कूल जाने में सहज महसूस करवा सकते है। मौके पर रीता राय, लालसा प्रजापति, अनन्या कुमारी, सीमा लकड़ा, प्रीति कुमारी आदि उपस्थित थीं।
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