कहा कि यह सिर्फ हत्या नहीं, मानवाधिकारों पर सीधा वार’
कटकमसांडी (हज़ारीबाग़) बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपु दास की हत्या ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश की लहर पैदा कर दी है। इस घटना के बाद हिंदू समुदाय में गहरी नाराज़गी व्याप्त है। इसी मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए नव झारखंड फाउंडेशन के केंद्रीय अध्यक्ष किशोरी राणा ने इसे न केवल क्रूर हत्या बताया, बल्कि मानवाधिकारों और न्याय व्यवस्था पर सीधा सवाल भी खड़ा किया। श्री राणा ने कहा कि बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर वहां की सरकार गंभीर नहीं दिखाई देती। लगातार हो रही इस तरह की घटनाएँ संकेत देती हैं कि अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करने में प्रशासन विफल हो रहा है। उन्होंने भारत सरकार और विदेश मंत्रालय से अपील किया है कि इस प्रकरण को कूटनीतिक स्तर पर मजबूती से उठाया जाए और बांग्लादेश सरकार से पारदर्शी जांच और दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई कराई जाए।
उन्होंने कहा कि दुनिया ने देखा है कि इज़राइल अपने किसी एक नागरिक के साथ हुई घटना पर किस तरह कड़ा रुख अपनाता है, जबकि जब किसी हिंदू के साथ अत्याचार या हत्या होती है, तो भारत में कई बार इसे राजनीतिक बयानबाजी का विषय बना दिया जाता है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। भारत को इजराइल से सीखने की जरुरत है। श्री राणा ने कहा कि भारत केवल एक देश नहीं, बल्कि वैश्विक हिंदू समाज की सबसे बड़ी आशा है। इसलिए विदेशों में रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना भारत की कूटनीतिक जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी देश में यदि हिंदुओं पर जुल्म हो, तो भारत सरकार को ठोस कदम उठाते हुए अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा और न्याय की गारंटी सुनिश्चित करानी चाहिए।
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