राष्ट्र के वीर सपूत, अद्वितीय साहस और अटूट संकल्प के प्रतीक, महान क्रांतिकारी शहीद उधम सिंह की पुण्यतिथि नमन परिवार के द्वारा मनाया गया। इस अवसर पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी नमन परिवार के द्वारा इस आयोजन के माध्यम से शहीद उधम सिंह के बलिदान को स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। इस कार्यक्रम में महिलाओं, युवाओं एवं समाज के विभिन्न वर्गों के गणमान्य लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और इस अमर बलिदानी के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
‘नमन’ के संस्थापक अमरप्रीत सिंह काले ने कहा “शहीद उधम सिंह जी का बलिदान केवल एक प्रतिशोध नहीं, बल्कि आज़ादी के संकल्प का प्रतीक था। उनका जीवन हमें सिखाता है कि देशप्रेम केवल भावना नहीं, बल्कि कर्म और त्याग की पराकाष्ठा है। नमन परिवार सदैव ऐसे क्रांतिकारियों की स्मृति को जीवित रखने हेतु प्रतिबद्ध है”।
मुख्य अतिथि इंटक नेता बिजय खां ने कहा “शहीद उधम सिंह केवल इतिहास के पन्नों में दर्ज एक क्रांतिकारी नहीं थे, वे भारत माता की स्वतंत्रता के लिए जलती उस मशाल का नाम हैं, जिसने लाखों दिलों में आज़ादी की लौ जलाई। ‘नमन’ परिवार की आस्था है कि ऐसे महापुरुषों की स्मृति केवल श्रद्धा से नहीं, उनके आदर्शों को जीवन में उतारकर ही जीवित रखी जा सकती है”।
विशिष्ट अतिथि जूस्को एलटीडी के कार्यकारी अध्यक्ष अमरनाथ तिवारी ने कहा “ऊधम सिंह का बलिदान प्रतिशोध नहीं था, बल्कि राष्ट्र के लिए जीने और मरने की चेतना थी। आज जब हम उन्हें नमन करते हैं, तो उनके त्याग को भावभीनी श्रद्धांजलि के साथ एक नई पीढ़ी को प्रेरित करने का संकल्प भी लेते हैं”।
कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पत्रकार सहित अन्य वक्ताओं ने शहीद उधम सिंह के जीवन संघर्ष, जलियाँवाला बाग नरसंहार का बदला लेने की उनकी ऐतिहासिक भूमिका और उनके अद्वितीय साहस पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का समापन भारत माता की जय एवं उधम सिंह अमर रहे के के नारों के साथ हुआ, जिसमें उपस्थित सभी जनों ने एक स्वर में राष्ट्र के प्रति अपनी आस्था और कृतज्ञता प्रकट की।
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