हजारीबाग । विश्व शतरंज दिवस के शुभ अवसर पर जी.एम. इंटर महाविद्यालय,इचाक में शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। शतरंज सबसे प्राचीन, बौद्धिक और सांस्कृतिक खेलों में से एक है, जिसमें खेल, वैज्ञानिक सोच और कल के तत्वों का मिश्रण है। एक किफायती और समावेशी गतिविधि के रूप में इसे कहीं भी खेला जा सकता है और भाषा, उम्र, लिंग, शारीरिक क्षमता या सामाजिक स्थिति की बाधाओं के बावजूद सभी इसे खेल सकते हैं।

अंतरराष्ट्रीय शतरंज दिवस प्रतिवर्ष 20 जुलाई को मनाया जाता है, जिस दिन 1924 में अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ की स्थापना हुई थी। यह प्रतियोगिता महाविद्यालय के 11वीं कक्षा एवं 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के बीच आयोजित की गई। प्रतियोगिता में बालक वर्ग में 12वीं कक्षा के साहिल कुमार तथा बालिका वर्ग में रितिका कुमारी ने विजय हासिल की।

कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय प्रभारी पंकज कुमार ने बताया कि यह एक महत्वपूर्ण खेल है जिससे बच्चों का बौद्धिक एवं मानसिक विकास होता है साथ ही साथ एकाग्रता में वृद्धि होती है। महाविद्यालय विभिन्न प्रकार के खेलों में तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में विद्यार्थियों की प्रतिभा को परख कर उन्हें ऊंचाइयों तक ले जाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है और आगे भी निभाता रहेगा।
इस शतरंज प्रतियोगिता में विद्यार्थियों के मार्गदर्शक के रूप में शिक्षक रत्नेश कुमार राणा,अजीत हंसदा,रवि कुमार महतो,संजीत यादव,ज्योति बाला आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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