रामगढ़ जिले में पुलिस ने कैमरामैन अपहरण मामले पर खुलासा कर एक आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा, एसपी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। जानकारी अनुसार विक्की साव उम्र करीब, 35 वर्ष पिता आनन्द साव एवं शानु कुमार राणा उम्र करीब, 18 वर्ष पिता जगदीश राणा दोनो पता भुरकुण्डा बाजार, थाना भुरकुण्डा जिला रामगढ अपने घर के परिवार को शादी इंगजमेंट के अवसर पर भाड़े पर विडियोग्राफी करने हेतु काशी वाराणसी जाने की बात कहकर अपने घर से निकले थे जिनका उसी दिन दोपहर से मोबाईल स्वीच ऑफ बताने लगा। उक्त दोनो के घर वाले कोई अनहोनी घटना के आशंका होने पर भुरकुण्डा ओ०पी० में लिखित सूचना दिया गया जिसके आधार पर पतरातु (भुरकुण्डा) थाना अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किया गया ।
इस कांड उदभेदन हेतु पुलिस अधीक्षक महोदय रामगढ के द्वारा एक विशेष छापामारी टीम का गठन किया गया। गठित छापामारी टीम के द्वारा भुरकुण्डा से वाराणसी जाने वाले रास्ते में कई स्थानो पर जाकर जाँच पड़ताल एवं छापामारी किया गया। छापामारी के दौरान पाया गया कि जिस वाहन से अपहरणकर्ता उक्त दोनो व्यक्ति को ले जाया गया था उक्त वाहन पर लगा नम्बर प्लेट पर लगा अंकित नंम्बर फर्जी पाया गया ।
अनुसंधान के दौरान पाया गया कि वर्ष 2015 में पतरातु बाजार में पाण्डेय गिरोह के तत्कालीन संचालका किशोर पाण्डे के पिता कामेश्वर पाण्डेय को शुशील श्रीवास्व गिरोह के द्रारा गोली मारकर हत्या कर दिया गया था जिसमें अमन श्रीवास्तव एवं अन्य शामिल अपराधकर्मी में वर्तमान में जेल में है। जिनका विचारण न्यायालय में चल रहा है। विक्की साव के छोटा भाई अमित साव जो वर्तमान में पतरातू बाजार में रहता है उस केस का गवाह है जिसकी गवाही माननीय न्यायालय निर्धारित था। जेल में बंद अमन श्रीवास्तव के द्वारा गवाह अमित साव पर अपने पक्ष में गवाही देने के लिए दबाव दिया जा रहा था। जिसके लिए अमन श्रीवास्तव के द्वारा अपने गिरोह के लिए काम करनेवाले प्रेम पाण्डेय एवं भरत पाण्डेय को जिम्मेवारी दी गयी थी। अनुसंधान के दौरान यह बात पुष्टी हुई कि उपरोक्त दोनो व्यक्ति को विडियोग्राफी करने के लिए काशी वाराणसी कहकर बहाना से ले जाया गया ताकि विक्की साव का भाई अमित साव अमन श्रीवास्तव एव उसके गिरोह के पक्ष में न्यायालय में गवाही देने के लिए बाध्य हो सके।
अनुसंधान के दौरान पाया गया कि प्रेम पाण्डेय ने अमित साव से अमन श्रीवास्तव के पक्ष में गवाही देने के लिए कहा जा रहा था और गवाही देने के बाद उसके भाई विक्की साव एवं शानु कुमार राणा को सुरक्षित छोड देने के लिए बात कहा जा रहा था। गठित छापामारी टीम के द्वारा अमन श्रीवास्व गिरोह के अपराधकर्मीयो के विरुद्ध जब लगातार छापामारी की जाने लगी तो अमन श्रीवास्तव गिरोह के द्वारा पुलिस के द्वारा की जा रही छापामारी से दबाव में आकर दोनो अपहृत व्यक्ति को मुक्त कर दिया गया।
इस घटना में शामिल प्रेम पाण्डेय उर्फ पिता रामकुमार पाण्डेय उर्फ नाथो पाण्डेय ग्राम पतरातु जयनगर रोड, भाना पतरातू जिला रामगढ को गिरफ्तार किया गया है। जिन्होने अपनी स्वीकारोक्ति बयान में जेल में बंद अमना श्रीवास्त APPLE साईन ईन आईडी आईडी से से ब बात कर अपहरण करने की साजीश रत्तने की बात स्वीकार किया है। प्रेम पाण्डेय पूर्व में स्व० भोला पाण्डेय गिरोह में काम करता था जो करीब दो तीन वर्ष पूर्व भोला पाण्डेय गिरोह से अलग होकर अपना गिरोह चलाता था। इनके विरुद्ध में पूर्व में कई हत्या एवं रंगदारी का केश दर्ज है जो जेल से जमानत पर मुक्त है और वर्तमान में अमन श्रीवास्तव गिरोह के लिए काम कर रहे है। स्थ घटना में शामिल अन्य अपराधकर्मियो के विरुद्ध गिरफ्तारी हेतु छापामारी की जा रही है।
छापेमारी अभियान में एसडीपीओ बिरेंद्र राम,भुरकुंडा थाना प्रभारी अभिषेक कुमार, एस आई अभिनाश कुमार
Leave a comment