महाप्रबंधक के द्वारा चूरी में लंबित पड़ी रैयतों की नौकरी को 15 दिनों के भीतर पब्लिक डोमेन में दिया जाएगा
प्रबंधन के आश्वासन के बाद चूरी परियोजना का कामकाज फिर से सुचारू रूप से चालू हुआ

चूरी परियोजना के रैयतों ने लंबित नौकरी की मांग को लेकर चूरी परियोजना की कामकाज को बंद कर दिया है। वहीं भेलवाटाड़ चौक पर भी कोयला ढुलाई बंद कर दिया है। जिस रास्ते से कोयले की ढुलाई होती है वह उन्हीं रैयतों का है। रैयतों का कहना है पिछले 36 सालों से सीसीएल के द्वारा जमीन अधिग्रहण किया गया था। जिसमें से कुछ लोगों की नौकरी अभी हाल में हुई थी और कुछ लोगों की नौकरी लंबित पड़ी हुई है। कई कारणों से उन्हें बार-बार टाला जा रहा है जिसके कारण उन्हें नौकरी नहीं मिल पा रही है। जिसके विरोध में परियोजना का काम कब कर दिया गया है इसके साथ ही कोयले की ढुलाई भी बंद करा दी गई है।
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