रामगढ़ जिले के भुरकुंडा सौंदा बस्ती विस्थापित प्रभावित समिति के बैनर तले सैकड़ों ग्रामीणों ने आज सयाल खुली खदान मुख्य मार्ग को जाम कर दिया जिस दौरान कोलियरी में चल रहे कोयला ट्रांसपोर्टिंग कार्य भी घंटों ठप रहा सीसीएल प्रबंधक से स्थानीय विस्थापित प्रभावित के हक अधिकार विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीणों ने किया चक्का जाम इस दौरान लगातार 6 घंटे तक ग्रामीणों ने खनन कार्य बंद कर नारे बाजी करते रहे।

विस्थापित समिति का कहना था कि सीसीएल प्रबंधन ग्रामीणों की विश्वास में लिये बैगर खनन कार्य आरम्भ कर दी ।जबकि दो वर्ष पहले ही समिति द्बारा मांग पत्र प्रबंधन को सौपा गया था। इसलिए जब तक विस्थापितों को उनका हक अधिकार और रोजगार से नहीं जोड़ा जाएगा तब तक खदान को नहीं चलने दी जाएगी। इस बाबत सयाल के परियोजना पदाधिकारी दिलीप कुमार व खान प्रबंधक ने आंदोलन कर रहे ग्रामीणों से वार्ता करने पहुँचे लेकिन विस्थापित ग्रामीण अपनी बातों पर अड़े रहे ।उसके बाद बरकासयाल महाप्रबंधक अजय कुमार सिंह के द्वारा वार्ता के लिए कार्यालय में विस्थापित समिति के लोगों को बुलाया गया। जहाँ वार्ता में सहमति बनी कि पूर्व में जो भी मांग पत्र समिति द्वारा दी गई है। उनकी सभी मांगों पर सकारात्मक पहल की जाएगी। साथ ही साथ कोयला खनन के बाद लोकल सेल के माध्यम से भी लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाएगी ।महा प्रबंधक के आश्वासन के बाद विस्थापितों ने एक सप्ताह के लिए आंदोलन को स्थगित कर दिया है।साथ प्रबंधन को कहा गया की प्रबन्धन सभी मांगो पर सुनवाई नही करती तो पुनः एक सप्ताह के बाद के ग्रामीण अनिश्चितकालीन उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगी। कार्यक्रम में विस्थापित प्रभावित समिति के अध्यक्ष गजानन प्रसाद,सुखदेव प्रसाद ,अमित कुमार ,दयानंद प्रसाद,अखिलेश प्रसाद,प्रभात कुमार,लल्लन प्रसाद,नागेंद्र प्रसाद,छोटू साव,निरंजन कुमार, शशिकांत प्रसाद,अशोक बावरी, जनक प्रसाद,सुरेश गिरी,सोहन प्रसाद ,रविंद्र प्रसाद,हरि नारायण प्रसाद,महेश मुंडा,रामकुमार सोरेन,बबलू मुर्मू ,राजू मांझी राकेश मुर्मू,राजेश कुमार ,सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
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