
समाज सेवी स शांति समिति सदस्य स झारखंड आन्दोलन कारी फहिम उद्दिन अहमद उर्फ संजर मलिक ने विश्व आदिवासी दिवस में कई कार्यक्रम में शामिल हो कर मांदर बजा कर आदिवासी दिवस पर कहा………
गरज उठे गगन सारा
समुद्र छोड़ अपना किनारा
हिल जाए सारा जहां
जब गुंजे जय जोहार का नारा……..
विश्व आदिवासी दिवस कसमाज सेवी स शांति समिति सदस्य स झारखंड आन्दोलन कारी फहिम उद्दिन अहमद उर्फ संजर मलिक ने विश्व आदिवासी दिवस में कई कार्यक्रम में शामिल हो कर मांदर बजा कर आदिवासी दिवस पर कहा………
गरज उठे गगन सारा
समुद्र छोड़ अपना किनारा
हिल जाए सारा जहां
जब गुंजे जय जोहार का नारा……..
समाज सेवी स शांति समिति सदस्य स झारखंड आन्दोलन कारी फहिम उद्दिन अहमद उर्फ संजर मलिक ने विश्व आदिवासी दिवस में कई कार्यक्रम में शामिल हो कर मांदर बजा कर आदिवासी दिवस पर कहा………
गरज उठे गगन सारा
समुद्र छोड़ अपना किनारा
हिल जाए सारा जहां
जब गुंजे जय जोहार का नारा……..समाज सेवी स शांति समिति सदस्य स झारखंड आन्दोलन कारी फहिम उद्दिन अहमद उर्फ संजर मलिक ने विश्व आदिवासी दिवस में कई कार्यक्रम में शामिल हो कर मांदर बजा कर आदिवासी दिवस पर कहा………
गरज उठे गगन सारा
समुद्र छोड़ अपना किनारा
हिल जाए सारा जहां
जब गुंजे जय जोहार का नारा……..
विश्व आदिवासी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ बधाईयां मुबारकबाद पेश करते कहा कि आदिवासी समाज के अधिकारों आवश्यकताओं उत्थान और प्राकृतिक संसाधनों पर उनके हक के बारे में विचार करने की आवश्यकता है किसी भी जिले सुबे या देश उसकी जनजाति एक विशेष पहचान बनती है और एक अहम स्थान रखती है इनके अधिकारों के संरक्षण तथा इनकी संस्कृति एवं जीवनयापन के अनुठे तरीको के संरक्षण हेतु सहयोग की जरुरत है
आदिवासी समाज की समस्याओं के निराकरण के लिए आदिवासी दिवस को एक ओसर के रुप में लिया जाना चाहिए
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