
बच्चों ने हजारीबाग का नाम रोशन किया है :– हर्ष अजमेरा।

हर्ष अजमेरा के प्रयास से ही बच्चे अपने उम्मीदों पर खरा उतर सके हैं :– कोच रोशन कुमार चौहान।
हर्ष सर और कोच रोशन सर को वेरी-वेरी थैंक्स :– प्रतिभागी बच्चे।

जिले भर में खेल को लेकर हर कोई काफी उत्साह में नजर आता है उसी उत्साह के बीच हर बच्चे अपने एक नए पायदान की ओर स्थापित होने के लिए विभिन्न प्रकार की तैयारियों में जुटे रहते हैं। बच्चे अपने लक्ष्य तक पहुंच जाए इस बात की उन्हें काफी उत्साह रहती है पर झारखंड सरकार की गतिविधियों के कारण बच्चे अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सके थे।
हम बात कर रहे है हजारीबाग शहर के उन खिलाड़ियों का जीने नेशनल ताइक्वांडो प्रतियोगिता में सम्मिलित होने कोटा जाना था परंतु राज्य सरकार के द्वारा किसी भी तरह की कोई मदद ना मिलने पर वह जाने में असमर्थ थे। जिसके पश्चात उनके कोच रोशन कुमार चौहान ने शहर के युवा समाजसेवी हर्ष अजमेरा से 19 फरवरी को उनके कार्यालय कक्ष में मुलाकात की,इस दौरान कोच ने अपनी विभिन्न समस्याओं से उन्हें अवगत करवाया। जिसके बाद हर्ष अजमेरा ने बच्चों को मदद करने के लिए आगे आए और 26 मार्च को बच्चे हजारीबाग शहर से राजस्थान की धरती कोटा में आयोजित नेशनल ताइक्वांडो प्रतियोगिता में सम्मिलित होने के लिए रवाना हो गए। 11 बच्चों में से 5 बच्चों ने गोल्ड मेडल जीतकर अपने शहर का नाम रोशन किया वहीं शेष बच्चों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इसी बात को लेकर मंगलवार को पुराने जिला परिषद कार्यालय परिसर में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता मे युवा समाजसेवी हर्ष अजमेरा, कोच रोशन कुमार चौहान, हजारीबाग ओलंपिक संघ के सचिव सी दास, हजारीबाग ताइक्वांडो के सचिव हेमंत कुमार, हजारीबाग वुशु संघ के सरोज मालाकार, ताइक्वांडो के कोच चंदन राणा सहित कई गणमान्य लोग प्रेस वार्ता को संबोधित किए।
प्रेस वार्ता के दौरान सभी जीत बच्चों को सम्मानित किया गया। हर्ष अजमेरा सहित तमाम अतिथियों ने बच्चों को प्रशस्ति पत्र, गोल्ड मेडल एवं माला पहनाकर स्वागत किया।
जीत बच्चों में विश्वजीत राज सिंह, सिद्धार्थ राज, उदित किशोर, सलोनी नयन शर्मा, वनिता परासर ने गोल्ड मेडल हासिल किया है वही प्रशस्ति पत्र हासिल करने वाले बच्चों में आनंद राज,रितेश कुमार सिंह,सुमित कर,शिवम कुमार यादव, वैष्णवी श्रेया, रखी सिन्हा शामिल है।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए हर्ष अजमेरा ने कहा कि हजारीबाग शहर के लिए काफी गर्व की बात है कि 5 बच्चों ने गोल्ड मेडल जीतकर अपने शहर का नाम रोशन किया है और काफी गर्व की बात है कि इतनी कम उम्र में बच्चे नेशनल जीत हासिल किए हैं आने वाली समय में बच्चे एशिया गेम, ओलंपिक गेम मैं भी अपने देश, राज्य सहित अपने शहर का नाम रोशन करेंगे। साथ ही बताया कि 19 फरवरी को ताइकांडो के कोच रोशन भाई से मुलाकात हुई उन्होंने बताया कि पिछले 2 सालों से राज्य सरकार के द्वारा बच्चों को किसी भी तरह की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। और हमें बच्चों की भविष्य के लिए आगे कुछ करना है रोशन भाई की विभिन्न बातों को हमने सुना जिसके पश्चात बच्चों के भविष्य को देखते हुए हमने आर्थिक मदद देने की घोषणा की जिसके बाद बच्चे 26 मार्च को नेशनल प्रतियोगिता में सम्मिलित होने के लिए कोटा के लिए रवाना हुए और हजारीबाग शहर का नाम रोशन किए।
कोच रोशन कुमार चौहान ने बताया कि पिछले 2 वर्षों से झारखंड सरकार के द्वारा बच्चों को खेल के प्रति किसी भी तरह की सुविधा नहीं दी जा रही है जिसको लेकर बच्चों में काफी मासूमियत छाने लगी। और ऐसी स्थिति में राजस्थान में नेशनल प्रतियोगिता भी आयोजित हो रही थी बच्चों को जाने के लिए आर्थिक मदद की जरूरत थी ऐसी स्थिति में शहर के युवा समाजसेवी हर्ष अजमेरा के प्रयास से ही बच्चे अपनी उम्मीदों पर खरा उतर पाए हैं। हम अपनी पूरी टीम की ओर से इनका आभार प्रकट करते हैं इनकी वजह से आज बच्चे नेशनल जीतकर हजारीबाग शहर का नाम रोशन किए हैं।
वही प्रतिभागी बच्चों ने कहा कि राजस्थान के कोटा में आयोजित नेशनल प्रतियोगिता में हम लोग जाने के लिए असमर्थ थे हमारे घर का फाइनेंशियल बजट नहीं था कि हम सभी कार्यक्रम में जा सकें, तब हमारे कोच सर ने हर्ष सर से मुलाकात की और हर्ष सर ने स्पॉन्सर्ड किया और तभी सभी कोटा जाकर खेल सके, और जीत हासिल कर अपने शहर का नाम रोशन किए, इसके लिए मैं हर्ष सर और अपने कोच को वेरी-वेरी थैंक्स कहूंगी।

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