बिहार के रोहतास जिले के दिनारा थाना क्षेत्र स्थित बेलवैयां गांव में गुरुवार सुबह एक पुराने जमीन विवाद ने उग्र रूप धारण कर लिया। कोर्ट के आदेश पर कब्जा दिलाने पहुंची पुलिस टीम पर करीब 300 लोगों की भीड़ ने अचानक हमला बोल दिया। इस हिंसक झड़प में बिक्रमगंज के एसडीपीओ कुमार संजय सहित आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए। सबसे गंभीर चोट सूर्यपुरा थाना प्रभारी मनीष कुमार को लगी, जिनके सिर पर लाठी से वार किया गया और उन्हें आठ टांके लगे हैं। जानकारी के अनुसार, पुलिस टीम 14 साल से चल रहे जमीन विवाद में कोर्ट के निर्देशानुसार एक पक्ष को भूमि पर कब्जा दिलाने पहुंची थी। इस कार्रवाई का विरोध करते हुए दूसरे पक्ष के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए और देखते ही देखते भीड़ ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया। समझाने-बुझाने की कोशिश असफल रही और ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से पुलिस पर हमला कर दिया।
भीड़ इतनी बेकाबू हो गई कि दिनारा थाना परिसर पर भी हमला कर दिया गया। वहां मौजूद सरकारी संपत्ति जैसे कुर्सियां, मेज और वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए गए। पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की गई और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया है।
हिंसा के दौरान एक युवक अनीश पासवान के गोली लगने की खबर भी सामने आई है, हालांकि रोहतास के एसपी रौशन कुमार ने गोली चलने की बात से इनकार किया है। घायल युवक को पहले सासाराम सदर अस्पताल और फिर हालत गंभीर होने पर वाराणसी रेफर कर दिया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए आस-पास के थानों की अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर तैनात की गई है और इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। अब तक लगभग 100 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
उधर, कुछ ग्रामीणों ने पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि कार्रवाई एकतरफा थी, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। इस पर एसपी रौशन कुमार ने स्पष्ट किया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा।
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