किशोरी राणा नव झारखंड फाउंडेशन एनजीओ के हैं संस्थापक
हजारीबाग सदर विधान सभा के पूर्व विधायक मनीष जायसवाल के सांसद बनते ही भाजपा के कई वरिष्ठ व समर्पित कार्यकर्ता आगामी विधान सभा चुनाव में भाजपा से प्रत्याशी बनने को लेकर अपनी प्रबल दावेदारी प्रस्तुत करने में लगे हैं। इसी कतार में कटकमसांडी प्रखंड के डांड़़ निवासी व नव झारखंड फाउंडेशन एनजीओ के किशोरी राणा का नाम भी शामिल है। अपने एनजीओ के बैनर तले उन्होने क्षेत्र से पलायित मजदूरों के हित में कई नायाब सहयोग किया है। उन्होने देश के किसी भी कोने में काम कर रहे मजदूरों की असामयिक मौत होने पर उनके शव को पैतृक गांव तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने का काम किया है। उनका कहना है कि खनिज सम्पदा से भरपूर झारखंड राज्य से रोजी के तलाश में मजदूरों का अन्यत्र पलायन बेहद दु:खद बात है। राज्य में मजदूरों व युवाओं के लिए झारखंड सरकार द्वारा रोजगार नही उपलब्ध कराना सूबे की सरकार की विफलता है। उन्होने यह भी कहा कि यदि भाजपा आलाकमान द्वारा सदर विधान सभा से प्रत्याशी बनने का अवसर प्रदान किया जाता है, तो चुनावी जीत के बाद हमारी पहली प्राथमिकता युवाओं व मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराना होगा। अपने इस उदेश्य को साकार करने के लिए उन्होने अपने समर्थकों के साथ कटकमसांडी, बाझा, डांटो, रेबर, बलिया आदि गांव का दौरा किया और जनसम्पर्क कर लोगों की समस्याएं सुनी। उन्होने क्षेत्र में गहराते पेयजल समस्या को विभाग तक पहुंचाने और पेयजल व लघु सिचाई योजना के तहत नवनिर्मित जलमीनारों के ठेकेदारों पर त्वरित कार्रवाई कराए जाने की बात कही। उन्होने बताया कि वर्षो से हम भाजपा का एक समर्पित सिपाही रहा हूं और एक जनप्रतिनिधि बनकर समाजसेवा को अंगीकार करना चाहता हूं। कहा कि महाराष्ट्र में रहकर कोरोना काल मे इस क्षेत्र के दर्जनों जीवित व मृत लोगों को आर्थिक सहयोग कर उनके घरों तक पहुंचाने का काम किया हूं।
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