हमारे कई साथियों ने तथा मैने मिलकर अभी हाल ही में अटल विचार मंच नाम के एक राजनीतिक दल का गठन किया है। इस राजनीतिक दल का उद्देश्य भ्रष्टाचार से ग्रसित इस देश को फिर से सुचिता और ईमानदारी की ओर ले जाना है। ईमानदारी का सबसे बड़ा उदाहरण इस देश में तब पेश किया गया जब अटल जी की सरकार लोकसभा में एक वोट से हार गई थी।तब अटल जी ने कहा था की “मंडी सजी हुई थी, मंडी में माल भी था, माल बिकाऊ भी था पर हमने खरीदना उचित नहीं समझा” भारत के राजनीतिक इतिहास में ईमानदारी का इससे बड़ा नमूना मिलना कठिन है। अटल जी की सरकार में जितने काम हुए वह आज भी याद किए जाते हैं। सबसे बड़ा काम जो अटल जी की सरकार में हुआ वह था झारखंड अलग राज्य का निर्माण। झारखंड को अलग राज बने हुए 24 साल हो गए पर क्या अटल जी के सपनों का झारखंड बन पाया? अटल जी सुशासन के कायल थे और इसलिए 25 दिसंबर को उनके जन्मदिन भी उसी दिन को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। अटल विचार मंच झारखंड में सुशासन स्थापित करने के लिए बनाया गया है।
भाजपा अब एक बदली हुई पार्टी है। पार्टी में लोकसभा और विधानसभा की सीटें उसको तब दी जाती है जो सबसे ऊंची बोली लगता है। केंद्र सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है और इलेक्ट्रोल बॉन्ड इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। गोदी मीडिया के सहारे सरकार अपने कुकर्मों को छुपाती है। मीडिया विपक्ष से तो सवाल पूछता है पर सरकार से नहीं। देश में खौफ का वातावरण है। सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग चरम पर है। भाजपा और उसकी सरकार इस समय तब तक ईमानदार है जब तक वह सरकार में है। जिस दिन उसके हाथ से सत्तर जाएगी उस दिन इसके काले कारनामों का पर्दाफाश होगा और पता नहीं कितने बड़े-बड़े लोग जेल जाएंगे। यह अब हम लोगों की भाजपा नहीं है। असल भाजपा अटल विचार मंच ही है।
आज झारखंड में प्राकृतिक संसाधनों के गलत दोहन की वजह से अपराधीकरण एवं भ्रष्टाचार चरम पर है। यह एक गंभीर और चिंतनिय विषय है। झारखंड में सुशासन स्थापित करने के लिए सबसे पहले अपराध और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण स्थापित करना होगा। प्राकृतिक संसाधनों के इस्तेमाल के लिए सही नीति बनानी पड़ेगी। अटल विचार मंच रेवड़ी कलर का विरोधी है। मौलिक बात है कि हर हाथ को कम उपलब्ध कराना है। जब सब कोई कमाने लगेगा तो मुफ्त की रेवड़ी की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी।
झारखंड विधानसभा के चुनाव में अटल विचार मंच ने भी अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं जिसकी सूची संलग्न है।झारखंड की जनता से अपील है कि वह इन उम्मीदवारों को अपना समर्थन देकर भारी बहुमत से विजय बनाएं।
- अजमल बलखी, इचागढ़ 50 चुनाव चिन्ह ऑटो रिक्शा (टेंपो),
- सागर कुमार तिवारी, जमशेदपुर पूर्वी 48,चुनाव चिन्ह (सिटी)
- दिवाकर प्रसाद साहू, हटिया 64, चुनाव चिन्ह (कंप्यूटर),
- विपिन कुमार सिन्हा, मांडू 24, चुनाव चिन्ह (बल्लेबाज)
- जगतार सिंह, बड़कागांव 22,चुनाव चिन्ह (डीजल पंप),
- रामाशीष सिंह (आशीष सिंह) बरही 21,चुनाव चिन्ह (मोतियों की माला)
- अनूप कुमार(अनूप भाई) बरकट्ठा 20,चुनाव चिन्ह (फूलगोभी)
- देवेंद्र गुप्ता, धनवार 28,चुनाव चिन्ह (गैस चूल्हा)
- दीप नारायण सिंह, टुंडी 42,चुनाव चिन्ह (गुब्बारा)
उक्त जानकारी अटल विचार मंच के मीडिया प्रभारी अनिल सिन्हा ने दिया।
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