हजारीबाग। उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह के निर्देश पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री मुरली यादव की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में आपूर्ति विभाग की एक महत्वपूर्ण समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में डीएसओ ने पूरे विभागीय तंत्र की गहन समीक्षा करते हुए आपूर्ति व्यवस्था को और मजबूत तथा पारदर्शी बनाने के लिए कई आवश्यक और प्रभावी दिशा-निर्देश जारी किए।
श्री यादव ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना, सोना सोबरन अंत्योदय योजना सहित विभाग की अन्य प्रमुख योजनाओं की अद्यतन स्थिति पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने ई-केवाईसी, आरसीएमएस, सेल्फ-सरेंडर, डोर-स्टेप डिलीवरी, चना-दाल, चीनी, नमक वितरण, जनवितरण प्रणाली विक्रेता व्यवस्था और गोदाम प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं की सख्ती से समीक्षा की।
डीएसओ मुरली यादव ने गोदामों में रखे खाद्यान्न के संरक्षण और रखरखाव को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि मॉइश्चर मीटर का प्रयोग, स्टॉक मिलान, तथा आगत–निर्गत पंजी का संधारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “पंजी, मशीन का डेटा और भौतिक स्टॉक—इन तीनों में पूर्ण एकरूपता अनिवार्य है।”
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि राशन कार्ड में रिक्ति भरने की प्रक्रिया को गति देते हुए 1011 नए राशन कार्ड तैयार किए गए हैं, जिन्हें सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान लाभुकों को सौंपा जाएगा। इसी कार्यक्रम में धोती–साड़ी का वितरण भी किया जाएगा। डीएसओ ने अधिकारियों को इस कार्यक्रम में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिए।
बैठक में छह माह से राशन नहीं उठाने वालों को चिन्हित करने, डुप्लीकेट लाभुकों का सत्यापन जल्द पूरा करने तथा सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारियों को अपने लॉगिन में लंबित आवेदनों को तुरंत शून्य करने के निर्देश भी दिए गए। उन्होंने पात्र लाभुकों के आवेदन शीघ्र स्वीकृत करने और अपात्र या मृत व्यक्ति के नाम पर चल रहे कार्डों को जांचोपरांत निरस्त करने का आदेश दिया।
बैठक में जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री मुरली यादव के साथ सभी मॉनिटरिंग अधिकारी, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी तथा विभाग के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
कुल मिलाकर, डीएसओ मुरली यादव की कड़ी निगरानी, प्रभावी नेतृत्व और पारदर्शिता की प्रतिबद्धता से आपूर्ति व्यवस्था में और अधिक मजबूती आने की उम्मीद जताई जा रही है।
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