डकरा : रैयत विस्थापित मोर्चा के 13 वां स्थापना दिवस गुरुवार को डकरा अम्बेडकर पार्क में धूमधाम से मनाया गया। मौके पर मुख्य अथिति के रूप में रैयत विस्थापित मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष फागु बेसरा विशिष्ट अथिति रैयत विस्थापित मोर्चा के महासचिव सैनाथ गंझू मौजूद थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए फागु बेसरा ने कहा कि खनिज संपदा रहते हुए भी रैयत विस्थापित बोरोजगर है। आज स्तिथि ऐसा है कि लोग पलायन करने पर मजबूर है। आदिवासियों के भूमि लूटी जा रही है। जबकि रैयतों को अधिकार से वंचित रखा जा रहा है। अब व्यपक आंदोलन की जरूरत है। आदिवासियों व मूलवासियों के जीविका का स्रोत जल जंगल जमीन है। इसके बाद भी केंद्र सरकार एंव निजी कंपनियों को उनकी जमीन दी जा रही है।

आगे उन्होंने कहा कि सीसीएल जिस तरह रैयतों का जमीन लेकर खदान चला रही है।यैसे में रैयतों को अनदेखी किया जा रहा है। जबकि नियमतः रैयतों को विस्थापित करने के बाद पक्का मकान देना है। परन्तु एनके एरिया में रैयतों को पांच डिसमिल जमीन देकर छोड़ दिया जा रहा है। वही रैयत विस्थापित मोर्चा के केंद्रीय सचिव सैनाथ गंझू ने कहा कि रैयत विस्थापितों को एकजुट होकर हक व अधिकार की लड़ाई लड़नी होगी,तभी हक अधिकार मिलेगा।

रैयत विस्थापित मोर्चा एनके एरिया अध्यक्ष बिगन सिंह भोगता ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन जिस तरह से रैयतों का शोषण कर रही है। बर्दास्त नही किया जायेगा।सीसीएल प्रबंधन रैयतों को रोजगार से जोड़े। नही तो बड़ा आंदोलन होगा। आगे उन्होंने कहा कि 60% पॉवर प्लांट को कोयला दिया जाय। और 40% लोकल सेल के माध्यम से दिया जाय। जिसको लेकर रैयतों को रोजगार मिल सके। इससे पूर्व अथिति को डकरा पुल से कार्यक्रम स्थल तक आदिवासी पारंपरिक नृत्य ढोल नगाड़े मंदार के थाप के साथ स्वगत किया गया। मौके पर रंथु उराँव, नरेश गंझू,बिनय खलखो,अब्दुल्ला अंसारी,अमृत भोगता, इकबाल हुसैन, मुक्कदर लोहरा,मनोज चंद्रा, रामचंद्र उराँव,जेपी महाराज, इस्लाम अंसारी,देवपाल मुंडा,कन्हाई पासी,प्रकाश महतो,इंद्रा देवी,सरस्वती देवी,कासिम उर्फ मुन्ना, सोनू पांडेय,सुनील सिंह,अनिता एक्का,गोल्डन यादव, सुनील सिंह,पुतुल देवी,पुष्पा खलखो,दीपमाला कुमारी,ललिता देवी,सुनीता देवी,शांति सेवी,जगनारायण महतो, आदि लोग मौजूद थे।

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