
09 दिनों के इलाज के बाद घर लौटते ही अपने पुराने दिनचर्या में लौटें तो यह देख खिल उठे उनके चाहने वालों के चेहरे
“बॉर्न टू फाइटर” हजारीबाग के पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष सह हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल के पिता ब्रजकिशोर जायसवाल 84 साल की उम्र में नौ दिनों तक राजधानी रांची के मेडिका हॉस्पिटल में इलाज कराने के बाद कई प्रकार की बीमारियों से जंग जीतकर ना सिर्फ शुक्रवार की शाम को हजारीबाग स्थित अपने घर लौट आए हैं बल्कि घर आते ही उन्होंने अपने पारिवार जनों और मित्रों संग अपने पूर्ववर्ती दिनचर्या के अनुरूप पारंपरिक खेल तास के दंगल में हाथ भी आजमाया। यह देखकर ब्रजकिशोर जायसवाल के परिवारजन, उनके मित्रगण और चाहने वाले लोगों के चेहरे खिल उठे ।
ब्रजकिशोर जायसवाल किसी योद्धा से कम नहीं है। जिस प्रकार उन्होंने अपने जीवटता और संघर्ष के बदौलत अपने जीवन में मुकाम स्थापित किया उसी प्रकार अपने सेवाभाव और उदारता से जनता का दिल भी जीता। नौ दिन पहले जब वे अचानक बीमार हुए थे तो लगातार दो दिनों तक बेहोशी की हालत बनी रही उसके बाद अस्पताल में इलाज से उनका रिकवरी हुआ और महज नौ दिनों में ही घर वापस आ गए और परिवार जनों संग मनोरंजन में जुट गए। इससे यह तो स्पष्ट है की इन्होंने जब- जब लड़ा पूरा शिद्दत से लड़ा और आत्म संतुष्टि की प्राप्ति जरूर की। ज्ञात हो की ब्रजकिशोर जायसवाल का बीते 30 नवंबर को अचानक तबियत बिगड़ गया था और तबियत बिगड़ने की सूचना मात्र से ही उनके पुत्र सह विधायक मनीष जायसवाल राजनीतिक कार्यक्रम छोड़ दौरे अपने घर आए थे तो अविलंब उन्होंने खुद एम्बुलेंस में बैठकर उन्हें मेडिका हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। यहां उनका कई ऑर्गन का समेकित रूप से इलाज हुआ और अब अस्पताल से रिलीज होकर घर आ गए हैं। ब्रजकिशोर जायसवाल के तबियत खराब होने की सूचना पाते ही उनके चाहने वाले लगातार मेडिका हॉस्पिटल पहुंचने लगे थे। इलाज के दौरान उनसे सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, राज्यसभा सांसद आदित्य साहू, भाजपा विधायक दल के नेता अमर कुमार बाउरी सहित अन्य हज़ारों लोग मिलने और उनका कुशलक्षेम जानने पहुंचे थे। उनके जल्द स्वास्थ्य होने की कामना और दुआ उनके चाहने वाले हजारों लोगों ने किया ।
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