हेमंत कैबिनेट में इन मंत्रियों ने ली शपथ
जेएमएम – चंपाई सोरेन, बैघनाथ राम, बेबी देवी, मिथिलेश ठाकुर, हफीजुल हसन, दीपक बिरूआ
कांग्रेस – बन्ना गुप्ता, रामेश्वर उरांव, इरफान अंसारी, दीपिका पांडे सिंह
राजद – सत्यानंद भोक्ता
रांची, 8 जुलाई: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज राज्य विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है। हेमंत सोरेन की सरकार के पक्ष में कुल 45 वोट पड़े, जिसमें JMM के बागी विधायक लोबिन हेम्ब्रम और चमरा लिंडा ने भी समर्थन किया। इस महत्वपूर्ण राजनीतिक जीत के बाद सोरेन सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार भी हो गया है, जिसमें कुछ नए चेहरों को शामिल किया गया है।
हेमंत सोरेन की सरकार को बहुमत साबित करने के लिए कुल 41 विधायकों की जरूरत थी, लेकिन 45 विधायकों का समर्थन प्राप्त कर उन्होंने अपनी स्थिति को और भी मजबूत किया है। JMM के बागी विधायकों लोबिन हेम्ब्रम और चमरा लिंडा के समर्थन ने इस जीत को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है। दोनों विधायकों ने सरकार के प्रति अपना विश्वास जताते हुए पक्ष में वोट किया, जिससे यह संकेत मिलता है कि सरकार के पास पर्याप्त समर्थन है।
मंत्रिमंडल विस्तार के तहत, इस बार कैबिनेट में कांग्रेस कोटे से दो नए चेहरों, इरफान अंसारी और दीपिका पांडे सिंह को शामिल किया गया है। इन नए चेहरों के शामिल होने से सरकार को नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी। इरफान अंसारी और दीपिका पांडे सिंह के शामिल होने से यह स्पष्ट होता है कि सरकार युवाओं और महिलाओं को महत्व दे रही है।
इस विस्तार में हालांकि, बादल पत्रलेख और बसंत सोरेन को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है। दोनों नेताओं को ड्रॉप किए जाने से यह संकेत मिलता है कि सरकार में कुछ परिवर्तन और नई सोच लाने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विश्वास मत हासिल करने के बाद अपने संबोधन में कहा, “यह जीत जनता की जीत है। हम झारखंड के विकास और प्रगति के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे। नए मंत्रियों के साथ, हम राज्य के विकास की दिशा में नई ऊर्जा और नए दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ेंगे।”
कांग्रेस के इरफान अंसारी और दीपिका पांडे सिंह के शामिल होने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, “यह कांग्रेस पार्टी के लिए गर्व का विषय है। हमें विश्वास है कि दोनों नेता अपने नए पदों पर शानदार कार्य करेंगे और राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।”
इस महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम के बाद, हेमंत सोरेन सरकार को अब आगे बढ़ने और अपने वादों को पूरा करने की चुनौती है। जनता की उम्मीदें बढ़ गई हैं, और सरकार को अब उन पर खरा उतरने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस विश्वास मत के बाद हेमंत सोरेन की सरकार अधिक स्थिर और मजबूत हो गई है, जिससे राज्य में विकास कार्यों को गति मिलेगी। जनता को भी उम्मीद है कि नई सरकार उनके हितों की रक्षा करेगी और राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
झारखंड की राजनीति में यह घटनाक्रम एक नया मोड़ लाता है, और अब देखना होगा कि हेमंत सोरेन की सरकार किस तरह से अपने कार्यकाल को आगे बढ़ाती है और राज्य की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरती है।
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