चतरा जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र स्थित शीला के पीरी गांव में एक इंजीनियर का शव उनके कमरे से बरामद किया गया है। मृतक की पहचान बिहार के मधेपुरा निवासी दिलनवाज के रूप में हुई है, जो यहां संकट मोचन मंदिर के निर्माण कार्य में बतौर इंजीनियर कार्यरत थे। सूचना मिलते ही सिमरिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। घटनास्थल की जांच के दौरान मृतक के बिस्तर के नीचे से कुछ दवाइयां भी बरामद की गई हैं। साथ ही, उनके घुटनों पर चोट के निशान और मलहम-पट्टी भी पाई गई है, जिससे उनकी मौत को लेकर संदेह और गहराता जा रहा है।
सिमरिया थाना के एसआई नंदलाल राम ने बताया कि मृतक बीते कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और नियमित रूप से दवाइयों का सेवन कर रहे थे। हालांकि, शरीर पर चोट के निशान और दवाओं की बरामदगी के चलते पुलिस अब इस मामले की हर पहलू से गंभीरता से जांच कर रही है।
अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और जब्त दवाओं की फोरेंसिक जांच के बाद ही मृत्यु के कारणों का स्पष्ट रूप से पता चल सकेगा। फिलहाल पुलिस इस बात की जांच में जुटी है कि यह एक प्राकृतिक मौत है या इसके पीछे किसी प्रकार की साजिश अथवा लापरवाही छिपी है।
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